बनारस-प्रयागराज हाईवे जाम, ठिठक गए पहिए
सावन मास को लेकर की जा रही प्रशासनिक तैयारी की गुरुवार को पोल खुल गई। बिहसपुर गांव के सामने निर्माणाधीन भूमिगत पुल पास के सर्विस लेन में गड्ढे में ट्रक फंस जाने से बनारस-प्रयागराज हाइवे पर जाम लग गया।
जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : सावन मास को लेकर की जा रही प्रशासनिक तैयारी की पोल गुरुवार को खुल गई। बिहसपुर गांव के सामने निर्माणाधीन भूमिगत पुल के पास सर्विस लेन में गड्ढे में ट्रक फंस जाने से बनारस-प्रयागराज हाईवे पर जाम लग गया। चार घंटे और चार किमी लंबे जाम में फंसे लोग कराह उठे। लोग कहते रहे कि जब यह स्थिति अभी है तो कांवरियों के लिए जब उत्तरी लेन सुरक्षित हो जाएगा तब जाम की क्या स्थिति होगी
वाराणसी से लेकर हंडिया तक निर्माणाधीन हाईवे की स्थिति दयनीय हो चुकी है। जहां-जहां अंडर पास या फिर ओवर ब्रिज का निर्माण हो रहा है वहां पर सामान्य स्थिति में भी आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। गोपीगंज, औराई में तो एक बार जाम में फंस गए तो चार घंटे तक बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। सबसे खराब स्थिति बिहसपुर गांव के पास निर्माणाधीन भूमिगत पुल है। यहां पर सर्विस लेन में बारिश होते ही बड़े- बड़े गड्ढे बन गए हैं। गुरुवार को सुबह ही गड्ढे में एक ट्रक फंस जाने से दोनों लेन पर वाहनों का लंबा जाम लग गया। उत्तरी लेन पर बिहसपुर से लेकर ऊंज और दक्षिणी लेन पर गोपीगंज बाजार तक वाहनों का कतार लगा रहा। चार घंटे बाद पहुंच एनएचएआइ के कर्मियों ने गड्ढे में फंसे ट्रक को बाहर निकाला तब जाकर जाम समाप्त हुआ।
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16 जुलाई की रात से सुरक्षित हो जाएगी एक लेन
शासन ने कांवरियों की सुविधा के लिए सख्त निर्देश दिया है। शिव भक्तों को कुंभ की तरह व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए मंडलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक सहित उच्चाधिकारी कई बार हाईवे का जायजा ले चुके हैं। इसके बाद भी दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही है। 16 जुलाई से लेकर 15 अगस्त तक कांवरियों के लिए उत्तरी लेन को सुरक्षित कर दिया जाएगा। इसके पहले भूमिगत पुल का निर्माण पूरा नहीं हुआ तो अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होने से कोई नहीं रोक सकता है।