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चेतिये जनाब! भदोही में भी गहराते जा रहे भूमि विवाद के मामले

चलो अभी देखवा लेता हूं पक्की पैमाइश करा लो। भूमि विवाद में पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है किसी राजस्व कर्मी को लेकर आए तब चलते हैं। कुछ तरह के डायलाग आपको तहसील दिवस और कोतवाली में सुनने को आए दिन मिलते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Jul 2019 09:54 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 09:54 PM (IST)
चेतिये जनाब! भदोही में भी गहराते जा रहे भूमि विवाद के मामले
चेतिये जनाब! भदोही में भी गहराते जा रहे भूमि विवाद के मामले

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : चलो अभी देखवा लेता हूं, पक्की पैमाइश करा लो। भूमि विवाद में पुलिस का कोई लेना-देना नहीं है। किसी राजस्व कर्मी को लेकर आएं तब चलते हैं ..। कुछ ऐसे डायलाग तहसील दिवस और कोतवाली में सुनने को आए दिन मिलते हैं। ऐसी लापरवाह भरी बातों से सोनभद्र जैसा नरसंहार भदोही में भी हो सकता है, इससे कदाचित इन्कार नहीं किया जा सकता। भूमि विवाद के मामले गहराते जा रहे हैं। पीड़ित शिकायत देते-देते थक जा रहा है। मौके पर न तो पुलिस पहुंच रही और न ही राजस्व की टीम। जेब गरम कर राजस्व कर्मी बगैर स्थलीय निरीक्षण किए ही ग्राम सभा की भूमि का आवंटन कर दिया जा रहा है जबकि भूमि पर किसी और ने सालों से कब्जा कर रह रहे हैं।

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प्रधान और लेखपालों के तालमेल से खेल

ग्राम सभा की भूमि के आवंटन को लेकर ग्राम प्रधान और लेखपालों के सांठगांठ से खेल चल रहा है। न तो गांव में मुनादी होती है और न बैठक। कागजों में ही बैठक कर भूमि का आवंटन कर दिया जाता है। यही नहीं स्थालीय निरीक्षण भी नहीं किया जाता है। लेखपाल भूमि आवंटित कर तहसीलदार, उप जिलाधिकारी तक की स्वीकृति करा देते हैं। इसे एवज में लाभार्थियों से मोटी रकम लेते हैं। अभी हाल ही में औराई के रजईपुर में प्रधान और सचिव ने ग्राम सभा की भूमि आवंटित कर दिया गया। ग्राम पंचायत के सदस्यों ने यह लिखकर दे दिया कि गांव में कोई बैठक नहीं हुई थी। आवंटियों ने जबरिया भूमि कब्जा कर लिया। खूनी संघर्ष खेला और बच्चों को भी नहीं छोड़ा। शिकायत होती रही लेकिन एसडीएम, क्षेत्राधिकारी और औराई पुलिस को मामला संज्ञान में होते हुए भी अंजान बने रहे। आज भी एक बच्चा जीवन मौत से जूझ रहा है।

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सीन 1 : ज्ञानपुर तहसील क्षेत्र के तिलंगा गांव में शीतला प्रसाद पांडेय की भूमिधरी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। वह कई बार जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पड़ोसी दबंग हैं जबकि वह अकेले ही घर पर रहता है। किसी भी समय विवाद हुआ तो यहां पर भी नरसंहार हो सकता है।

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सीन 2 : तहसील क्षेत्र ज्ञानपुर के श्रीपुर गांव में शिवशंकर कनौजिया के भाई की कीमती भूमि एक व्यक्ति ने अपने नाम दर्ज करा लिया। ज्ञानपुर में तैनात पेशकार के तालमेल से फर्जी दस्तावेज लगाकर आदेश प्राप्त कर लिया गया। अभी तक वह चक्कर काट रहे हैं। कई बार इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है।

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सीन 3 : कसिदहा गांव में भूमि को लेकर घर में घुसकर मारपीट हुई। पीड़ित परिवार डीएम और एसपी कार्यालय पर कई बार विरोध-प्रदर्शन कर चुका है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। आरोपितों को मिल रहा संरक्षण से आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है। अधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।


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