प्रकृति के अभिनव सृजन का प्रतीक है बसंत पंचमी
बसंत पंचमी के अवसर पर गुरुवार को विभिन्न स्थानों पर विविध आयोजन किया गया। इस दौरान गायत्री परिवार द्वारा पीरखानपुर मोहल्ला स्थित मंदिर परिसर में पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। हवन पूजन के बाद प्रसाद वितरण कर सुख समृद्धि की कामना की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ पालिकाध्यक्ष अशोक जायसवाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर मां सरस्वती की महिमा का बखान करते हुए बसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डाला। कहा कि बसंत पर्व उत्साह उल्लास के साथ प्रकृति के अभिनव सृजन का प्रतीक है। कहा कि बसंत ऋतु की आमद के साथ वृक्षों में हरियाली आ जाती है।
जासं, भदोही : गायत्री परिवार द्वारा पीरखानपुर मोहल्ला स्थित मंदिर परिसर में पंचकुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। हवन पूजन के बाद प्रसाद वितरण किया। नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जायसवाल ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कहा कि बसंत पर्व उत्साह, उल्लास के साथ प्रकृति के अभिनव सृजन का प्रतीक है। गायत्री परिवार के फूलचंद्र मौर्या ने कहा कि आज ही के दिन गायत्री परिवार के संस्थापक श्रीराम शर्मा के गुरु श्री सर्वेश्वरानंद सरस्तवी ने 15 वर्ष की अवस्था में दीपक की लौ में दर्शन देकर विशाल गायत्री परिवार की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया था। सुभाष मौर्या ने बताया कि आज से 40 दिवसीय गायत्री मंत्र अनुष्ठान का शुभारंभ हो गया। इस मौके पर दीपचंद्र मौर्या, शिवराज पाल, आदित्य पांडेय, राम शिरोमणि, ज्ञानेश यादव व रमाशंकर द्विवेदी आदि मौजूद रहे।