सहायता के बहाने बदल लेते थे एटीएम कार्ड, अंतरप्रांतीय गिरोह भदोही में पकड़ाया
चौरी थानाक्षेत्र के कंधिया फाटक के पास क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने अंतरप्रांतीय ठग गिरोह के सरगना गिरोह के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
भदोही (ज्ञानपुर) । चौरी थानाक्षेत्र के कंधिया फाटक के पास क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने शुक्रवार को अंतरप्रांतीय ठग गिरोह के सरगना गिरोह के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से सात एटीएम कार्ड और चोरी की तीन वाहनों सहित नगदी बरामद किया गया है। आरोप है कि स्थानीय जनपदों के अलावा दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य प्रांतों में आरोपितों द्वारा घटना को अंजाम दिया जाता है।
पुलिस लाइन स्थित सभाकक्ष में प्रभारी पुलिस अधीक्षक डा. संजय कुमार ने बताया कि जनपद में आए दिन एटीएम कार्ड बदलने और हैक करने की आए दिन शिकायत आती रहती हैं। साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए अलग-अलग टीमें गठित की गइ थी। इसी क्रम में चौरी पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि दो शातिर बदमाश कहीं भागने के फिराक में कंधिया फाटक के पास खड़े हैं। पुलिस ने घेरेबंदी कर जौनपुर के कलापुर गांव निवासी सुशील भारद्वाज और गुलशन राजभर को गिरफ्तार कर लिया।
उनके निशानदेही पर अलग-अलग बैंकों के सात एटीएम, मोबाइल फोन, एक चार पहिया सहित तीन वाहन और 1700 रुपये कैश बरामद किया गया है। कड़ाई से पूछताछ में पुलिस को बताया कि उनका बहुत बड़ा गैंग है। पूर्वांचल के जिलों के अलावा अन्य प्रदेशों में भी घटना को अंजाम देते हैं। इसके पहले गोपीगंज, चौरी सहित अन्य स्थानों पर एटीएम बदलकर घटना को अंजाम दे चुके हैं। पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया। टीम में थानाध्यक्ष चौरी प्रदीप कुमार, विनायक राम जौहरी, अाशुतोष सिंह, ओम प्रकाश राय, रविकांत कुमार आदि थे।
कैसे देते हैं घटना को अंजाम
बैंकों के एटीएम मशीन के आसपास मौके की तलाश में चार-छह की संख्या में अंजान युवक टहलते रहते हैं। कुछ युवक एटीएम मशीन के केबिन में घुसकर अपना एटीएम कार्ड बार-बार ट्राई करते हैं लेकिन काम नहीं करता है। इसी बीच अगर कोई अंजान व्यक्ति पैसा निकालने घुसता है और वह एटीएम कार्ड का प्रयोग करते हैं और काम नहीं करता है तो यही युवक सहयोग के नाम पर उनका एटीएम ले लेते हैं। कुछ तो उनका पासवर्ड भी पूछ लेते हैं लेकिन यदि ग्राहक को सजग देखे तो पीछे से अपने मोबाइल फोन से उनके द्वारा एटीएम की पर पासवर्ड टाइप करते हुए की फोटो बना लेते हैं। इसी बीच एटीएम कार्ड को भी बदल लेते हैं। कुछ तो युवक मशीन के बगल खड़े होकर किसी एक बटन को दबाकर हैंग करा देते हैं। जैसे ही ग्राहक बाहर निकलते हैं वैसे ही प्रक्रिया जारी कर पैसा निकाल लेते हैं।
अंजान युवकों को न दे एटीएम कार्ड
एटीएम मशीन से पैसा निकालते समय सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी अंजान व्यक्ति से सहयोग लेने की कोशिश न करें। एटीएम संबंधित कोई दिक्कत आ रही है तो सीधे बैंक कर्मियों से मिलकर जानकारी लें। किसी भी दशा में अपना एटीएम कार्ड दूसरे हाथ में न दें। अन्यथा एटीएम कार्ड हैकर अापका एटीएम बदलकर बैंक खाता खाली कर देंगे। यदि एटीएम कार्ड बदलने की आशंका होती है तो तत्काल बैंक अधिकारी को इसकी सूचना देकर लॉक करा दें। यह सब कार्य समय के अंदर करना होगा अन्यथा हैकर घटना को अंजाम दे सकते हैं।