पंचायत भवन से संचालित हो रहा पशु चिकित्सालय
एक तरफ प्रदेश सरकार गौ सेवा व संरक्षण को लेकर गंभीर है तो दूसरी ओर पशु चिकित्सालयों की दयनीय हालत ¨चता का सबब बनी है। नजीर के तौर पर मोढ़ क्षेत्र के पशु चिकित्सालय को देखा जा सकता है। रामभरोसे चलाया जा र
जासं, मोढ़ (भदोही) : एक तरफ प्रदेश सरकार गौ सेवा व संरक्षण को लेकर गंभीर है तो दूसरी ओर पशु चिकित्सालयों की दयनीय हालत ¨चता का सबब बनी है। नजीर के तौर पर मोढ़ क्षेत्र के पशु चिकित्सालय को देखा जा सकता है। पंचायत भवन में अस्पताल को संचालित किया जा रहा है।
पशु चिकित्सालय के निर्माण के लिए रेलवे स्टेशन के समीप कई वर्ष से नींव भर के छोड़ा गया है। परिणामस्वरूप वर्षों से अस्पताल पंचायत भवन में संचालित हो रहा है। स्थाई पशु चिकित्सालय न होने के कारण चिकित्सकों सहित पशुपालकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उधर अस्पताल पर इलाज की समुचित व्यवस्था न होने से पशुपालक नीम हकीमों के आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे रहे हैं। क्षेत्र के घनश्याम ¨सह, भगत पांडेय, त्रिभुवन ¨सह, सतीश ¨सह आदि ने जिलाधिकारी से पशु चिकित्सालय की व्यवस्था में सुधार करवाने व नीम हकीमों पर अंकुश लगवाने की मांग की है।