प्रशासन अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर रहेगी कड़ी चौकसी
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए भारी बवाल के एक सप्ताह बाद पुन शुक्रवार को होने वाली जुमा की नमाज के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट हो गया है। इस क्रम में मदरसा मदीनतुल इल्म पीरखानपुर में जहां धर्म गुरुओं के साथ बैठक कर सीएए के बारे में जागरूक किया गया वहीं पुन कोई विरोधास की स्थिति न उत्पन्न हो इसके लिए सहयोग की अपेक्षा की गई। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि शहर का वातावरण शांत है। ऐसे में किसी को न तो डरने की जरूरत है न ही किसी प्रकार की चिता करने की आवश्यकता है। हमेशा की तरह लोग नमाज अदा कर अपने अपने घरों को जाएं। कामकाज सुचारू रूप से करें।
जासं, भदोही : भदोही नगर हुए बवाल के बाद शुक्रवार को होने वाली जुमा की नमाज को लेकर प्रशासन अलर्ट है। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद और पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने भदोही और गोपीगंज में बैठक कर सुरक्षा का भरोसा दिलाया। साथ ही किसी भी अफवाह से सचेत रहने को कहा। इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जागरूक भी किया।
भदोही स्थित मदरसा मदीनतुल इल्म पीरखानपुर में जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि शहर का वातावरण शांत है। ऐसे में किसी को न तो डरने की जरूरत है न ही किसी प्रकार की चिता करने की आवश्यकता है। हमेशा की तरह लोग नमाज अदा कर अपने-अपने घरों को जाएं। कामकाज सुचारु रूप से करें। एसपी ने शांति व्यवस्था में लोगों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए कहा कि पिछले शुक्रवार को जो कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। शहर का वातावरण खराब करने वालों के खिलाफ पुलिस अपने स्तर से कारवाई कर रही है, लेकिन इसमें आमजन को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए धर्म गुरुओं, मस्जिदों के पेश इमामों व शहर के संभ्रांत लोगों से सहयोग की अपेक्षा की। कहा कि भ्रमित युवा वर्ग को समझाएं। सीएए की वास्तविकता से अवगत कराएं। उन्हें बताया जाए कि इस कानून से उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। कहा कि लोगों के बहकावे में आकर युवा वर्ग ही अराजकता का वातावरण उत्पन्न करता है जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित होती है। जो किसी भी तरह से ठीक नहीं है। कहा कि किशोरवय व युवा वर्ग को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने की जरूरत है। अराजकता व पथराव कर वह अपना भविष्य न खराब करें इसे लेकर अभिभावकों को भी गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। उप जिलाधिकारी आशीष कुमार मिश्र, एकमा के मानद सचिव हादी शाहिद हुसैन, जामा मस्जिद के पेश इमाम हाफिज परवेज, मौलाना अब्दुल समद, हाफिज तबरेज आदि थे।