कोमल पर सख्त हुआ रेलवे, निलंबन तय
सोमवार को होने वाले जलाभिषेक के लिए कावंरियों का जत्था सोमवार को रवाना हो गया। जौनपुर जनपद सहित विभिन्न स्थानों के शिवभक्तों का काफिला रविवार को भोर से ही निकलने लगा था। इसके कारण कालीन नगरी में दिन भर बोलबम के जयकारे से गुंजायमान होती रही। जगह जगह कैंप लगाकर शिवभक्तों की सेवा की गई।
जागरण संवाददाता, भदोही : सोनभद्र नरसंहार कांड के आरोपी कोमल सिंह की गिरफ्तारी के चार दिन बाद भी विभागीय स्तर से कार्रवाई नही की गई। संभावना जताई जा रही थी कि शनिवार को कार्रवाई हो सकती है। हालांकि देर शाम तक इस संबंध में ऊपर से स्थानीय अधिकारियों को कोई निर्देश नहीं मिले। जांच अधिकारी यातायात निरीक्षक पंकज सिंह ने बताया कि उन्होंने जांच रिपोर्ट हाईकमान को भेज दिया है। अब कार्रवाई उच्चाधिकारियों के हाथ में है। निलंबन की कार्रवाई तय है भले ही देरी हो रही है।
गत 17 जुलाई को भूमि विवाद में सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र स्थित उंभा गांव में जमकर गोलियां बरसी थीं। 10 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई घायल हो गए। 28 लोगों के खिलाफ नामजद व 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। नरसंहार कांड में भदोही के स्टेशन अधीक्षक कोमल सिंह भी आरोपी हैं। 18 जुलाई को एसटीएफ ने उन्हें वाराणसी में गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी से रेलवे में हड़कंप मचा है। गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज होने व गिरफ्तारी के बाद विभागीय स्तर से जांच शुरू हो गई है। शनिवार को बतौर जांच अधिकारी यातायात निरीक्षक पंकज सिंह भदोही आए थे। उन्होंने कोमल सिंह के बारे में आवश्यक जानकारी जुटाकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया है।
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72 घंटे में निलंबन का है नियम : रेलवे के नियमानुसार गंभीर धाराओं में मुकदमा व गिरफ्तारी होने के 72 घंटे के बाद निलंबन किया जाता है। कोमल सिंह के मामले में मुकदमा दर्ज हुए पांच दिन जबकि गिरफ्तारी को चार दिन हो गया लेकिन अब तक विभागीय स्तर कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रभारी स्टेशन अधीक्षक आलोक कुमार के अनुसार इस संबंध में उच्चाधिकारियों की ओर से कोई आदेश नहीं आया है।