कोरोना --- 1.50 लाख के जलेंगे चूल्हे, 2.12 लाख गरीबों को मिलेगा निवाला
लॉकडाउन में कोई भी गरीब परिवार भूख न सोए इसलिए सरकार की ओर से पूरा खजाना खोल दिया गया है। आलम यह है कि जिले में तीन लाख गरीबों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
उज्ज्वला योजना
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सब हेड :- 1.50 लाख लाभार्थियों के खाते में भेजेंगे धनराशि, 2.12 लाख को मिला राशन
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- 5131 ठेला, खोमचा और दिहाड़ी मजदूरों को मिला 51.31 लाख
- श्रम विभाग में पंजीकृत 6251 लाभार्थियों के खाते में भेजा धन
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जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लॉकडाउन में कोई भी गरीब परिवार भूखा नहीं सोये, इसलिए सरकार ने पूरा खजाना खोल दिया गया है। जिले में तीन लाख गरीबों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और खाद्य एवं रसद विभाग के अलावा ठेला, खोमचा और दिहाड़ी मजदूरों के साथ ही श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों के खाते में धनराशि और राशन भेजी जा चुकी है।
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1.94 लाख लाभार्थियों को लाभ
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना में 1,50,586 लाभार्थियों को खाते में गैस सिलेंडर को रीफिलिग कराने के लिए खाते में धनराशि भेजी जाएगी। अब तक 24,221 लाभार्थियों के खाते में 803 रुपये प्रति सिलेंडर के दर से 19,44,9463 रुपये भेजी जा चुकी है। गुरुवार तक 4613 ग्राहकों ने रीफिल भी करा लिया है। 1,26,365 ग्राहकों के खाते में धनराशि भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। डीएसओ अमित कुमार तिवारी ने चेताया है कि एजेंसी संचालक होम डिलीवरी करें। गोदाम और एजेंसी पर किसी भी दशा में भीड़ नहीं लगनी चाहिए। उपभोक्ता भी आनलाइन बुकिग कर लें। 48 घंटे के अंदर उनके घर पर सिलेंडर की डिलीवरी की जाएगी।
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2.12 लाख गरीबों को मिला राशन
खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से जिले भर की सरकारी दुकानों से 2.12 लाख गरीबों को राशन वितरित किया जा रहा है। इसमें अंत्योदय के 43 हजार और मनरेगा, श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों को मुफ्त में राशन दिया गया। दुकानदारों को अंतिम अवसर दिया गया है कि वह 12 अप्रैल तक किसी भी दशा में राशन का वितरण पूरा कर लें। 15 अप्रैल से सभी पात्र गृहस्थी और अंत्योदय के 2.12 लाख कार्डधारकों को प्रति यूनिट पांच किलो चावल दिया जाएगा। अभी तक दाल के लिए सरकार की ओर से कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
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55 हजार लाभार्थियों के खाते में भेजी आर्थिक मदद
मनरेगा के तहत 43 हजार लाभार्थियों के खाते में सहायता राशि भेजी गई है। प्रशासन की ओर से नगरीय क्षेत्रों के 1451 ठेला, खोमचा और दिहाड़ी मजदूरों के खाते में 14.51 लाख, ग्रामीण क्षेत्रों में 3680 दिहाड़ी मजदूरों, आटो रिक्शा चालक, ई-रिक्शा चालकों के खाते में 36.80 लाख रुपये भेजा जा चुका है। श्रम विभाग की ओर से 6,251 श्रमिकों के खाते के खाते में एक-एक हजार रुपये भेजा जा चुका है।
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बैंकों में अनावश्यक न लगाएं भीड़
लाभार्थियों के खाते में आर्थिक मदद हस्तांतरित होते ही बैंकों में भीड़ लगने लगी है। ऐसे में लॉकडाउन में शारीरिक दूर की धज्जियां उड़ रही हैं। बैंक खुलने के पहले ही लोगों का जमावड़ा लग रहा है। बैंकों पर अनावश्यक भीड़ लगाने की जरूरत नहीं है। लाभार्थी समय का इंतजार कर खाते से पैसा निकालने के लिए बैंकों में जाएं। जिससे शारीरिक दूरी का भी पालन हो जाए और उनका काम भी भी हो जाए। अफवाहों पर कत्तई गौर न करें। इसका खुद से कड़ाई से पालन करें। इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहे देश के साथ खड़े होकर सरकार के निर्देश का पालन करें।