भदोही में बदले जाएंगे 1.25 लाख पुराने मीटर
बेसब्री से इंतजार की घड़ी शनिवार को खत्म हुई। देश को नई दिशा देने के लिए बजट सदन में पेश लाया गया। केंद्र सरकार की ओर से बिजली विभाग में भी व्यापक स्तर पर बदलाव किए जाने की योजना लाई गई है। बजट में तीन साल से पुराने विद्युत मीटर बदलने की योजना है। बजट में दी गई व्यवस्था के तहत भदोही में 1.25 लाख मीटर बदले जाएंगे। जनपद में 2.25 लाख ग्राहक हैं। जिसमें से 1.60 लाख कनेक्शन मीटर से जुड़ चुके हैं। भदोही में 75 व ज्ञानपुर डिवीजन में
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : बजट में बिजली विभाग में बड़े बदलाव की पटकथा लिखी गई है। तीन साल से पुराने विद्युत मीटर अब बदले जाएंगे। मीटर टेंपरिग और लाइनलॉस से मुक्ति पाने के लिये पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम अब बड़ी कोशिश करने जा रहा है। भदोही में 1.25 लाख मीटर बदले जा सकते हैं। जनपद में 2.25 लाख ग्राहक हैं, जिसमें से 1.60 लाख कनेक्शन मीटर से जुड़े हैं। भदोही में 75 व ज्ञानपुर डिवीजन में 85 हजार उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगा है। ऐसे लोग मीटर रीडिग के हिसाब से बिजली बिल जमा करते हैं। अब ऐसे सभी उपभोक्ताओं के घर पर नया इलेक्ट्रानिक मीटर दिखेगा। तीन वर्ष से पुराने मीटर बिजली विभाग ने लगाए हैं। मीटर में खामी से खपत से अधिक रीडिग व बिजली बिल की शिकायतें भी आती हैं। ग्राहकों को अनावश्यक आर्थिक बोझ वहन करना पड़ता है। निजी कंपनियों को सौंपी मीटर बदलने की जिम्मेदारी मीटर लगाने का कार्य निजी कंपनियों को सौंपा गया है। पुराना होने पर उसके उपकरणों की क्षमता कमजोर हो जाती है। आए दिन मीटर खराबी से बिजली खपत की रीडिग सही नहीं आती है। तकनीकी खराबी की जानकारी कनेक्शनधारकों को नहीं हो पाती। मीटर में कमी की वजह से अनजान ग्राहकों को खपत से अधिक बिजली बिल भुगतान करना पड़ता है। अभी तक भदोही में लगे इलेक्ट्रॉनिक मीटर में कमी सामने नहीं आई है। सरकार की ओर से शासनादेश या दिशा निर्देश मिलने पर ही तीन वर्ष पुराने मीटर बदलने के उद्देश्य की सही जानकारी दे पाना संभव होगा।
-श्रीकृष्णा, अधिशासी अभियंता, टेस्ट डिविजन, पूविविनिलि। विभाग की ओर से चार वर्ष पहले मीटर लगाया गया है। रीडिग अधिक आ रही है, जिससे बिल ज्यादा देना पड़ता है। कई बार अधिकारियों से शिकायत किया। मीटर की जांच कर ठीक नहीं किया गया। बजट में मीटर बदलने की घोषणा से समस्या के समाधान की उम्मीद बढ़ गई है।
-मनोज गुप्ता। मीटर लगवाने के बावजूद भी खपत के हिसाब से अधिक रीडिग आ रही है। संबंधित जेई से संपर्क कर ठीक कराने का अनुरोध कई बार किया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। तीन वर्ष से पुराने हो चले मीटर की देख-रेख नहीं किए जाने से रीडिग खपत के हिसाब से नहीं आ रहा है। नया मीटर लगने से अनावश्यक बिल भुगतान से राहत मिलेगी।
-विजय देववंशी। बजट में पुराने मीटर बदलने का सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है। बिजली कनेक्शनधारकों को इससे बड़ी सहूलियत मिलेगी। पुराना होने की वजह से अक्सर मीटर बंद हो जाता है। इससे विभाग की ओर से पुराने रीडिग के आधार पर मनमाना बिल भेजा जाता है। ऐसे में मीटर बदलकर नया लगाने से इस तरह की समस्या से राहत मिलेगी।
-शैलेश उपाध्याय। बजट में इस बार बिजली उपभोक्ताओं का ख्याल रखते हुए मीटर बदलने का निर्णय बहुत ही प्रशंसनीय है। पांच साल पुराना मीटर खराब हो चला है। जिसे बदलने के लिए सूचना देने के बाद भी नहीं बदला गया।
-सोनू जायसवाल। तीन वर्ष से पुराने मीटर बदलने से बिजली ग्राहकों की बिलिग समस्या का काफी हद तक निदान खुद हो जाएगा। इससे अनावश्यक बिल भुगतान किए जाने से भी राहत मिलेगी।
-जावेद अहमद। घर पर बिजली कनेक्शन लेने के बाद से ही लगा मीटर पुराना हो गया है। खपत बहुत ही कम है। खपत के हिसाब से रीडिग अधिक आती है। मीटर की जांच करने के लिए कई बार शिकायत किया, लेकिन अधिकारियों ने नहीं सुनी। नया मीटर लगने से खपत के हिसाब से बिल आने की उम्मीद है।
-राकेश माली।