भदोही सीमा से प्रतिदिन गुजरते हैं एक हजार ओवरलोड ट्रकें
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) भदोही सीमा से प्रतिदिन एक हजार से अधिक ओवरलोड ट्रक गुजर
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : भदोही सीमा से प्रतिदिन एक हजार से अधिक ओवरलोड ट्रक गुजरते हैं। ट्रक मालिक अधिकारियों की लोकेशन लेने वालों को मोटी रकम देते हैं। सिपाही से लेकर अधिकारी तक इस कारोबार में शामिल रहते हैं। ओवरलोड के मामले में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी अरुण कुमार से भी पूछताछ होगी। इसके लिए उन्हें नोटिस भी मिल चुकी है। इसके पहले सिपाही यादवेंद्र सिंह से पूछताछ हो चुकी है। वह एसआइटी के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे थे लेकिन जब जांच कर रहे अधिकारियों ने उन्हें सबूत दिया तो वह कांप उठे।
पूर्वांचल में हो रहे ओवरलोडिग के खेल में भदोही का भी नाम आते ही परिवहन विभाग में हलचल बढ़ गई है। एसटीएफ ने गोरखपुर में ओवरलोड के नाम पर चल रहे गोरखधंधे का पर्दाफाश किया था। आरोप है कि परिवहन अधिकारियों और सिपाही के तालमेल से ओवरलोड वाहनों को पास दिया जाता है। इसके एवज में मोटी रकम की वसूली होती है। मामले में पूर्वांचल के कई सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों का नाम शामिल है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी के सिपाही यादवेंद्र सिंह का भी नाम आने से भदोही भी सुर्खियों में आ गया था। पुलिस की कार्रवाई को देख सिपाही फरार हो गया था। काफी दिनों बाद ज्वाइनिग के बाद एसआइटी के सामने पेश हुआ था। मामले में सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। एआरटीओ अरुण कुमार ने बताया है कि नोटिस मिली है। जांच अधिकारी के सामने उपस्थित होकर पूरी जानकारी दी जाएगी। ऐसे गुजरते हैं ओवरलोडेड ट्रक
भदोही जिले में दो रास्ते से ओवरलोड ट्रक प्रेवश करते हैं। औराई से दुद्धी- लुंबिनी मार्ग से भदोही होते हुए सीधे जौनपुर निकल जाते हैं। दूसरा प्रवेश द्वार बाबतपुर मार्ग से चौरी में प्रवेश करते हैं। यहां से वह सीधे जौनपुर निकल जाते हैं। बड़ी संख्या में ओवरलोड ट्रक कंधिया के पास खड़े रहते हैं। लोकेशन मिलते ही सभी ट्रक पास हो जाते हैं। इस खेल में कई ब्रोकर भी काम करते हैं। उनका सीधा तार अधिकारियों से जुड़ा रहता है। खड़ी हो जाती है लोकेशन देने वालों की लग्जरी कार
सहायक संभागीय अधिकारी अरुण कुमार के आवास के सामने सुबह होते ही लग्जरी कार खड़ी हो जाती है। वह पूरे दिन उनके वाहनों के पीछे- पीछे भ्रमण करते रहते हैं। ओवरलोड ट्रक पास कराने के लिए वह लोकेशन देते रहते हैं। इसके एवज में ट्रक स्वामी उन्हें मोटी रकम भी देते हैं।