बाहर से आए मजदूर, आटो से घर जाने को मजबूर
शारीरिक दूरी का पालन न होने से संक्रमण का खतरा
जागरण संवाददाता, बस्ती :
मुंबई, दिल्ली, गुजरात आदि शहरों से घर आने वाले कामगारों को आश्रय स्थलों से घर तक छोड़ने की व्यवस्था नहीं है। आटो की सवारी कर घर जाने को वे मजबूर हैं। शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हो पा रहा है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा भी खड़ा है।
शहर के केडीसी परिसर को बाहर से आए मजदूरों का अस्थाई आश्रय स्थल बनाया गया है। यहां स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। उन्हें घर पहुंचाने के लिए प्रशासन की ओर से वाहनों का इंतजाम नहीं है। मजबूरी में वे आटो की सवारी कर घर जाने को मजबूर हैं। दूसरी ओर आटो चालकों की भी अपनी मजबूरी है। कुछ आटो चालकों ने बताया कि परिवार के भरण-पोषण के साथ गाड़ी की किस्त जमा करने की मजबूरी में आटो चलाना पड़ रहा है। आम यात्रियों के न निकलने से बाहर से आए मजदूरों को ही ढोकर काम चलाया जा रहा है। ---------------
रेलवे स्टेशन पर गैर जनपद के प्रवासी मजदूरों के लिए सरकारी बसों की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। स्थानीय तहसील क्षेत्र के कामगार ही अपनी व्यवस्था से घर जा रहे हैं। आटो चालकों को निर्देश दिया गया है कि शरीरिक दूरी का पालन जरूर कराएं।
-श्रीप्रकाश शुक्ल, एसडीएम सदर