कच्ची शराब को लेकर महिलाओं ने छेड़ी लड़ाई
दुबौलिया थाना क्षेत्र में इन दिनों क'ची शराब का धंधा जोरों पर है। आए दिन गांव में क'ची शराब के प्रयोग से लडाई झगड़ा हो रहा है। कई गांवों में क'ची शराब कुटीर उद्योग का रूप ले चुकी है। शराब बनाने से लेकर सप्लाई करने का काम कारोबारी बेखौफ कर रहे है। शराब के धंधे में तमाम महिलाएं भी शामिल हो गई हैं। लेकिन स्थानीय पुलिस ने महिला सिपाही की कमी बताकर इन्हे खुली छूट दे रखी है।
बस्ती: दुबौलिया थाना क्षेत्र में इन दिनों कच्ची शराब का धंधा जोरों पर है। आए दिन गांव में कच्ची शराब के प्रयोग से लडाई झगड़ा हो रहा है। कई गांवों में कच्ची शराब कुटीर उद्योग का रूप ले चुकी है। शराब बनाने से लेकर सप्लाई करने का काम कारोबारी बेखौफ कर रहे है। शराब के धंधे में तमाम महिलाएं भी शामिल हो गई हैं। लेकिन स्थानीय पुलिस ने महिला सिपाही की कमी बताकर इन्हे खुली छूट दे रखी है।
दुबौलिया थाना क्षेत्र के कई गांवो में कच्ची शराब का धंधा तेजी से फल फूल रहा है। न तो पुलिस इसे रोक पा रही है और न ही आबकारी महकमा इस पर अंकुश लगाने में सफल हो पा रहा है। ऐसे में अब ग्रामीण खुद ही कच्ची के कारोबारियों से दो दो हाथ करने को तैयार हो गए हैं। इनमें महिलायें सबसे आगे हैं। गुरुवार की शाम को सिसौनी गांव के एक घर में रखी कच्ची शराब की जानकारी होने पर गांव के लोगों ने वहां पहुंचकर कच्ची शराब को नष्ट कर दिया था। इस दौरान कच्ची शराब की बिक्री करने वाले भागने में सफल हो गए थे। शनिवार की शाम एक बार फिर इसी गांव से सटे पासीपुरवा में दो घरों में कच्ची शराब बेचे जानकारी पर गांव की महिलायें कुसुम, गोमती, शकुंतला, मंजू, मूर्ति, शिल्पा के साथ अन्य ग्रामीणों ने वहां पहुंचकर भारी मात्रा मे छिपाई गई कच्ची शराब को नष्ट कर दिया। शराब बेचने के आरोप में एक महिला को पकड़ लिया।
मौके पर दुबौलिया पुलिस भी पहुंची, लेकिन महिला पुलिसकर्मी न होने से सिर्फ मूकदर्शक बनी रही। कच्ची शराब बेचने वाली महिला ने बताया की वह कच्ची शराब थाना क्षेत्र के एक गांव से आती है और यहां उसे बेचती है। ऐसा वह कई साल से कर रही है। वहीं थानाध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि कच्ची शराब का कारोबार करने वालों को पुलिस किसी भी कीमत पर छोड़ने वाली नहीं है। अभियान चलाकर इन पर कार्रवाई की जाएगी।