पैंतालिस करोड़ का गेहूं गोदाम से बाहर
भंडारण के लिए अधिकृत एजेंसी एफसीआइ ने खड़े किए हाथ
बस्ती : गेहूं खरीद नीति मंडल में सफल नहीं हो पाई। इस बार की खरीद में 60 फीसद गिरावट आई है। भंडारण की स्थिति तो सबसे बदतर है। कम खरीद होने के बाद भी पैंतालिस करोड़ का गेहूं अभी तक बाहर डंप है। लगातार बारिश और निजी गोदामों में सरकारी गेहूं होने के कारण केंद्र प्रभारियों की परेशानी बढ़ गई हैं।
अभियान शुरू होने से पहले ही तय हुआ था कि क्रय एजेंसियों द्वारा खरीदे गए गेहूं के भंडारण का जिम्मा एफसीआइ की होगी। फिर भी इसकी व्यवस्था नहीं बनाई गई है। अब अभियान खत्म हो गया है। बावजूद इसके सरकारी गेहूं का भंडारण नहीं हो पा रहा है। शासन और प्रशासन के काफी दबाव के बाद मंडल में खरीदे गए 117083 एमटी के सापेक्ष 93884 एमटी गेहूं का ही भंडारण हो पाया है। 23199 गेहूं अभी क्रय केंद्रों पर अवशेष हैं। इसकी कीमत लगभग 45 करोड़ हैं। यह तब है जबकि इस बार निर्धारित लक्ष्य से 48 फीसद और पिछले वर्ष की तुलना में 60 फीसद खरीद कम हुई है। फिर भंडारण एजेंसियां गोदाम खाली न होने की दुहाई देकर पल्ला झाड़ रही है।
पालीथिन से ढककर रखे गए गेहूं
भंडारण न होने कुछ केंद्रों पर पालीथिन से ढककर गेहूं रखे गए हैं तो कुछ जगहों पर किराए के निजी गोदाम लिए गए हैं। एफसीआइ में प्रेषित न होने के चलते गेहूं के सुरक्षा की जवाबदेही भी केंद्र प्रभारियों की बनी हुई हैं।
आरएफसी श्रीप्रकाश मिश्र ने बताया कि एफसीआइ को गेहूं भंडारण के लिए पत्र लिखा गया है। पीडीएस अनाज से गोदाम खाली होने पर गेहूं का भंडारण कराया जा रहा है। फिलहाल गेहूं को सुरक्षित रखने के निर्देश केंद्र प्रभारियों को दिए गए हैं। ---------------------
यह है जनपदवार आंकड़ा
बस्ती
गेहूं खरीद- 35394 एमटी, एफसीआइ को प्रेषित गेहूं- 26066 एमटी, क्रय केंद्र पर अवशेष गेहूं- 9327
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संतकबीरगर गेहूं खरीद- 25147 एमटी, एफसीआइ को प्रेषित गेहूं- 22004 एमटी, क्रय केंद्र पर अवशेष गेहूं- 3142
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सिद्धार्थनगर
गेहूं खरीद- 55420 एमटी, एफसीआइ को प्रेषित गेहूं- 44691 एमटी, क्रय केंद्र पर अवशेष गेहूं- 10729