कहने को दो सामुदायिक शौचालय, दोनों अनुपयोगी
लाखों लोगों की आस्था के केंद्र भद्रेश्वरनाथ धाम में स्वछता का हाल बेहाल है। परिसर में बने दो सामुदायिक शौचालयों की हालत यह है कि वह लंबे समय से अनुपयोगी हैं। सीटें गंदगी से भरी पड़ी हैं टोटियां गायब हैं। स्नानघर का भी यही हाल है।
बस्ती: लाखों लोगों की आस्था के केंद्र भद्रेश्वरनाथ धाम में स्वच्छता का हाल बेहाल है। परिसर में बने दो सामुदायिक शौचालयों की हालत यह है कि वह लंबे समय से अनुपयोगी हैं। सीटें गंदगी से भरी पड़ी हैं, टोटियां गायब हैं। स्नानघर का भी यही हाल है।
वर्ष 2014-15 में भद्रेश्वरनाथ धाम परिसर में पंचायती राज विभाग की ओर से सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। इसमें तीन-तीन महिला और पुरुष शौचालयों के साथ ही एक-एक स्नान घर भी बनवाए गए थे। पानी के लिए एक हैंडपंप और वाटर टैंक लगाया गया था। शौचालयों के साथ बाथरूम में टोटी लगाई गई थी, मगर देखभाल न होने से यह बदहाल हो गया। पानी का टैंक नीचे गिरा पड़ा है तो हैंडपंप बेपानी है।
सामुदायिक शौचालय के ठीक बगल में पिछले साल एक और सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। इसका भी यही हाल है। इसमें तीन पेशाबघर, दो शौचालय और एक बाथरूम का निर्माण कराया गया था। यह भी अनुपयोगी साबित हो रहा है। इसमें भी गंदगी की भरमार है, खिड़की का शीशा टूटा पड़ा है। ग्राम प्रधान साधना चौधरी और पंचायत सचिव आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों सामुदायिक शौचालयों की देखभाल की व्यवस्था न होने से उनका यह हाल हुआ है। लोग टोटी तक निकाल ले गए। मौके पर गया था, दोनों सामुदायिक शौचालय अनुपयोगी मिले। तत्काल पंचायत सचिव और प्रधान को तलब कर इसकी सफाई और पानी का इंतजाम कर उपयोगी बनाने का निर्देश दिया गया है।
ब्रह्मचारी दूबे, डीपीआरओ, बस्ती।
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