टू-लेन की ट्रैफिक सर्विस रोड पर उतारने की तैयारी
बस्ती में राज्य सड़क परिवहन विभाग की बड़ी चूक सामने आई है। शहर के व्यस्त रहने वाले सर्विस रोड पर लुंबिनी- दुद्धी टू-लेन सड़क की ट्रैफिक उतारने की तैयारी चल रही है। इंडो-नेपाल सीमा से दुद्धी तक जोड़ने वाली 300 किमी लंबी यह सड़क मुख्यालय पर आकर लगभग 2.5 किमी तक खत्म है।
बस्ती : बस्ती में राज्य सड़क परिवहन विभाग की बड़ी चूक सामने आई है। शहर के व्यस्त रहने वाले सर्विस रोड पर लुंबिनी- दुद्धी टू-लेन सड़क की ट्रैफिक उतारने की तैयारी चल रही है। इंडो-नेपाल सीमा से दुद्धी तक जोड़ने वाली 300 किमी लंबी यह सड़क मुख्यालय पर आकर लगभग 2.5 किमी तक खत्म है। सात मीटर चौड़ी इस सड़क की ट्रैफिक बड़ेवन स्थित फोरलेन ओवरब्रिज के नीचे 3 मीटर चौड़ी सर्विस रोड पर अचानक उतरेगी। यह सर्विस रोड शहर के अलावा टू- लेन की ट्रैफिक कैसे संभालेगा यह समझ से परे है। यदि पहले ही कोई विकल्प नहीं निकला तो मूड़घाट से बड़ेवन तक टू- लेन सड़क दुर्घटना जोन में बदल जाएगा। बस्ती मंडल में 122.270 किमी लंबाई में लुंबिनी- दुद्धी मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। इस सड़क का एक छोर बस्ती जनपद के टांडा पुल पर है तो दूसरा इंडो नेपान सीमा सिद्धार्थनगर के ककहरवा तक है। मगर बस्ती मुख्यालय पर यह सड़क लगभग 2.50 किमी की दूरी में नहीं बनाई जा रही है। फुटहिया चौराहे पर इस सड़क को ओवर पास ब्रिज के नीचे निकाला जा रहा है। आगे पांच सौ मीटर की दूरी पर कुआनो नदी के पुल के पास लखनऊ- गोरखपुर फोरलेन में लाकर जोड़ दिया जा रहा है। फोरलेन पर चलकर इस सड़क की ट्रैफिक मूड़घाट चौराहे पर पहुंचेगी। यहां से रूट डायवर्जन होगा। लेकिन भारी चूक यह कि टू-लेन सड़क की ट्रैफिक उस सर्विस रोड पर उतरेगी, जिस पर शहरी यातायात निर्भर है। जिले के विभिन्न अंचलों के लोग इस र्सिवस रोड से शहर में प्रवेश करते हैं। इसके अलावा फोरलेन से आने वाले वाहन भी इसी सर्विस मार्ग के सहारे मुख्यालय पहुंचते है। टू-लेन सड़क के लिहाज से इस सर्विस मार्ग की चौड़ाई भी आधे से कम महज तीन मीटर है। व्यस्त रहने वाले सकरी सड़क पर टू-लेन सड़क की ट्रैफिक अचानक उतरेगी तो अव्यवस्था अपने आप खड़ी होगी। इसमें बड़ी अनहोनी की भी आशंका रहेगी। यही स्थिति लुंबिनी की ओर से आने वाली ट्रैफिक की भी होगी। बड़ेवन ब्रिज के नीचे से दूसरी ओर के सर्विस रोड के सहारे फोरलेन पर चढ़कर लुंबिनी- दुद्धी टू- लेन सड़क मिल सकेगी। यह सड़क परियोजना पूरी होने की ओर है। जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान भी नहीं है। विकल्प के तौर सर्विस रोड को चौड़ा किया जाना चाहिए। लेकिन इसकी कोई सुगबुगाहट नहीं है। पूर्वांचल की महत्वपूर्ण यह सड़क परियोजना मंडल मुख्यालय पर सर्विस रोड पर लाकर छोड़ दी जा रही है। अब भगवान भरोसे ही रहेगी बुद्ध के सैलानियों की सकुशल यात्रा।
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यह आई कठिनाई
टू-लेन सड़क परियोजना तैयार होते समय मूड़घाट से बड़ेवन तक घनी आबादी होने की वजह से यह दूरी प्रस्ताव में नहीं शामिल किया गया। चूंकि यही कोई एक दशक पहले लखनऊ-गोरखपुर फोरलेन सड़क यहां बन चुकी थी। इसलिए सर्विस रोड के दाहिने और बांए दोनों तरफ काश्तकारों ने निर्माण करवा लिया। अब इसे हटा पाना विभाग को चुनौतीपूर्ण लगा तो जिम्मेदारों ने सड़क परियोजना की ही बाट लगा दी। टू- लेन सड़क दोनों तरफ से बनाकर यहां जस की तस स्थिति में छोड़ने की तैयारी चल रही है।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
बस्ती जनपद में सड़क निर्माण के लिए अधिकृत वीसीआइपीएल कांट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आशीष वैश्य ने बताया कि मूड़घाट से बड़ेवन तक दोनों तरफ टू-लेन का निर्माण नहीं प्रस्तावित है। पुराने सर्विस रोड से ही इस मार्ग की ट्रैफिक निकलेगी। चूंकि इस जोन में घनी आबादी है इसलिए सर्विस रोड का चौड़ीकरण भी नही हो सकता।
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भाग खड़ी हुई विभागीय टीम
लुंबिनी- दुद्धी सड़क परियोजना को पूरा कराने को लगाई गई केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन विभाग की टीम यहां से छह माह पहले ही भाग खड़ी हुई। सड़क और ब्रिज निर्माण का पूरा दारोमदार कंस्ट्रक्शन कंपनी पर छोड़ दिया गया है। जिससे परियोजना में आ रही समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।