शिव विवाह की कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु
रायठ में महाशिवरात्रि महोत्सव व काली महायज्ञ
जागरण संवाददाता रुधौली बस्ती: रुधौली के रायठ स्थित ओम गिरिनाग धाम में 10 दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव व काली महायज्ञ में अयोध्या की कथावाचक शांति श्रिया ने शिव विवाह की कथा श्रद्धालुओं को सुनाई। कथा सुन श्रद्धालु भाव विभोर हो गए।
उन्होंने कहा कि भगवान शिव देवों के देव महादेव कहलाते हैं। उनका विवाह राजा दक्ष की पुत्री पार्वती के साथ हुआ। बरात सज धजकर कैलाश पर्वत से हिमालय राज के वहां जाती है, जिसमें भालू, बंदर, राक्षस के अलावा ऋषि मुनि शामिल रहते हैं। जैसे ही बरात राजा दक्ष के दरवाजे पर पहुंचती है तो भगवती पार्वती की माता के होश उड़ जाते हैं। वह कहती है यह बउरहवां कहां से आ गया। जिसके गले में सर्प लटका हुआ है और गले में मुड़ की माला है। सभी बराती भांग व मदिरा के नशे में धुत हैं। वह राजा से कहती हैं कि यह वर आपने कैसे ढूंढ लिया। इस बचन को सुनकर राजा भोलेनाथ के समक्ष हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं और विनती करते हैं कि हे नाथ आप अपने वास्तिवक रूप में आइए। उनकी प्रार्थना को सुन भगवान शिव अपने रूप को बदल देते हैं और विवाह की रस्म पूरी होती है। कथा के दौरान क्षेत्रीय लोग खूब जुट रहे हैं। क्षेत्र में भक्ति का माहौल है।
इस अवसर पर मुख्य यजमान कर्नल कमलेश्वर प्रसाद त्रिपाठी ललिता त्रिपाठी, डीएन त्रिपाठी, वंशबहादुर तिवारी, धीरेंद्र त्रिपाठी, मनमोहन तिवारी ,शत्रुघन यादव ,फूलचंद, सुभाष तिवारी, मुकेश, घिसियावन यादव, मनमोहन त्रिपाठी, संजय त्रिपाठी, ओम प्रकाश, अभिषेक यादव, सद्दाम हुसैन, शशि, विपिन, राकेश यादव, पूजा, पिकी, रीना सहित तमाम श्रद्धालु मौजूद रहे।