विधायक ने पकड़ी गेहूं मूल्य भुगतान में बैंक की लापरवाही
बैंक के खाते की जांच में मिले 33 लाख
बस्ती: सरकार द्वारा किसानों को गेहूं बेचने के दो दिन के भीतर भुगतान करने के आदेश पर बैंक पानी फेर रहा है। खाते में पर्याप्त धन होने के बावजूद किसानों को भुगतान न किए जाने की शिकायत पर जब सोमवार को विधायक अजय ¨सह ने बैंक के खाते की जांच कराई तो खाते में धन 33 लाख रुपये मिला पर हफ्ते भर से किसानों का भुगतान तब भी रूका पाया गया। हुआ यह कि श्री ¨सह छावनी क्षेत्र के प्रतापपुर गांव में आयोजित क्रिकेट मैच का उद्घाटन करने गए थे। इसकी सूचना जब गांव तथा पास पड़ोस के किसानों को हुई तो दर्जनों किसान भी प्रतापपुर निवासी किसान उदयप्रताप ¨सह के नेतृत्व में पहुंच गए और गेहूं बेचने के एक हफ्ते बाद भी भुगतान न होने की शिकायत के साथ पैसे की कमी के चलते जरूरी काम रुकने का दुखड़ा सुनाया। विधायक जब गेंहू क्रय केंद्र पर पहुंच कर एसएमआइ सुरभि मिश्रा से भुगतान न होने का कारण पूछे तो उन्होंने बताया की दो दिन पूर्व तक क्रय किए गए गेहूं का पैसा किसान के रजिस्टर्ड खाता नंबर में भेज दिया गया है। इसके बाद वे दर्जनों किसानों के साथ छावनी स्थित पीएनबी की शाखा पर पहुंचे तो बताया गया की बैंक प्रबंधक कौशल बाजपेई अवकाश पर हैं व उनके वरिष्ठ सहयोगी उदयप्रताप ¨सह किसी कार्य से फील्ड में गए हैं। इसके बाद मौजूद कर्मचारियों की मदद से जब खाते की जांच की तो उसमें 33 लाख रुपये मिले। इसके बाद उन्होंने बैंक कर्मियों से गेंहू मूल्य भुगतान में हीला हवाली न करने की हिदायत देते हुए प्रबंधक को फोन पर बात कर त्वरित भुगतान के लिए कहा। किसान रामचरन,अर्जुन प्रसाद, मनोज ¨सह, अनूप मिश्र आदि ने बताया की धन होने के बावजूद भुगतान न करने के लिए बैंक खाते में धन की कमी बता कर लौटा देता है। मजबूर किसान जब क्रय केन्द्र पर जाता है तो बताया जाता है की पैसा भेजा गया है। इसमें कौन सही और गलत इसका पता लगाना किसान के लिए आसान नहीं है। विपणन निरीक्षक सुरभि मिश्रा ने बताया की गुरुवार को लेखाधिकारी कार्यालय से पैसा आया था। शुक्रवार को कुछ भुगतान हुआ था। शनिवार और रविवार बैंक में अवकाश होने के कारण भी विलंब हुआ। सोमवार को अधिकतर लोगों का भुगतान किया गया है।