कटान का स्थाई विकल्प ढूंढने पहुंची टीम
ड्रोन कैमरे की मदद से देखे गए संवेदनशील स्थल
बस्ती: जनपद को बाढ़ से स्थाई निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं पहल तेज कर दी है। 5 सितंबर को जनपद के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने आए सीएम ने कहा था कि वह इस समस्या का स्थाई समाधान करेंगे। यहां से जाने के बाद सीएम ने कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो सरयू की धारा भी मोड़ी जा सकती है। सीएम के निर्देश पर मंगलवार को जनपद के अति संवेदनशील कटान स्थल कटरिया चांदपुर पर शाम चार बजे ¨सचाई विभाग की तकनीकी टीम पहुंची। लखनऊ से आए अधीक्षण अभियंता नवीन कपूर और अधिशासी अभियंता टीएन ¨सह ने अपनी टीम के साथ तटबंध पर ड्रोन कैमरे की मदद से तीन किलोमीटर लंबे तटबंध का निरीक्षण किया।
अधिकारियों ने बाढ़ खंड के अधिकारियों के साथ मिलकर बांस के जरिए नदी की गहराई नापने की कोशिश की। हालांकि प्रवाह इतना तेज था कि उनका प्रयास सफल नहीं हो सका। चिह्नित स्थल पर नदी की गहराई नहीं नापी जा सकी। इसके बाद टीम ने ड्रोन कैमरे की मदद से नदी के इस पार से उस पर तक का विस्तार देखा। नदी में पानी के प्रवाह की स्थिति देखी। टीम ने यह भी पता किया कि आज के समय में नदी में कितनी धाराएं प्रवाहित हो रही हैं। टीम ने यह भी देखा कि कौन सी धारा कहां से निकल रही है और किस दिशा की ओर जा रही है। किस वजह से नदी इतना खतरनाक ढंग से कटान कर रही है। विशेषज्ञों ने यह भी पता लगाया कि सरयू नदी की धारा को आबादी व तटबंध से दूर कैसे किया जा सकता है। क्या उपाय किया जाए कि नदी की विनाशकारी स्थिति से निजात मिल सके। तटबंध से छूती हुई धारा में इतनी तीव्र कटान क्यों है इस पर भी विचार किया गया। इन सब समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए नदी क्षेत्र में भी ड्रोन कैमरे को करीब दो किलोमीटर तक चलाया गया। तकनीकी टीम ने बताया कि फिलहाल नदी की स्थिति का अवलोकन किया गया है। दो दिन बाद एक बार फिर विशेषज्ञों की टीम तटबंध का जायजा लेगी। इसके बाद किस प्रकार से काम करना है इसपर रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को सौंप दिया जाएगा। जिस तरह से निर्देश मिलेगा उसके अनुसार काम किया जाएगा। बाढ़ खंड के एसडीओ जीतेंद्र कुमार ने बताया कि टीम मुख्यमंत्री के आदेश पर तटबंध की समस्या का स्थाई समाधान खोजने आई है। अधिशासी अभियंता दिनेश त्रिपाठी ,अवर अभियंता संजय यादव ,सहायक अभियंता शेष नाथ ¨सह मौजूद रहे।