बस्ती के 21 टीबी मरीजों को दो संस्थाओं ने लिया गोद
नई पहल टीबी मरीजों को गोद लेकर करेंगे देखभाल -जनपद और मंडलीय अधिकारी भी ले सकते हैं गोद
बस्ती : जिले के 21 टीबी मरीजों को गोद लेकर दो संस्थाओं ने उनके भरण पोषण की जिम्मेदारी ली है। यह संस्थाएं हैं चित्रांश क्लब बस्ती और ग्रामीण विकास संस्थान। छह मरीजों को चित्रांश क्लब के राजेश चित्रगुप्त ने गोद लिया है। बाकी की जिम्मेदारी दूसरी संस्था ने ली है। टीबी के ये मरीज शहरी क्षेत्र के हैं।
केंद्र सरकार ने 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। इस क्रम में शासन ने सभी मंडल व जिला स्तरीय अधिकारियों को भी टीबी के मरीजों को गोद लेकर उनके इलाज का भार उठाने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग इसी लक्ष्य के अनुरूप कार्य कर रहा है। मरीजों की पहचान कर उनकी दवा का कोर्स पूरा कराने और पोषक तत्वों को बनाए रखने के लिए गुणवत्तापरक खाद्य पदार्थ मुहैया कराने की जिम्मेदारी गोद लेने वाले के ऊपर डाली जा रही है। आमतौर से देखा जाता है कि मरीज तो चिह्नित हो जाते हैं,लेकिन किसी कारण से उनका कोर्स पूरा नहीं हो पाता या खान-पान की कमी से उनकी समस्या और बढ़ जाती है। टीबी के मरीजों से घबराने की जगह उनसे इस रोग से छुटकारा दिलाने में सबको अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
जिले में अब तक 21 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है। सभी की उम्र 17 साल या उससे कम है। और मरीजों को भी गोद देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
डा. सीएल कन्नौजिया, जिला क्षय रोग अधिकारी