सात साल से निष्प्रयोज्य है पानी की टंकी
बस्ती: केंद्र व प्रदेश की सरकार ने शहरों की तरह गांवों में भी पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी की टंकी
बस्ती: केंद्र व प्रदेश की सरकार ने शहरों की तरह गांवों में भी पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी की टंकी का निर्माण कराया था। बहादुरपुर विकास क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत कलवारी मुस्तहकम में वर्ष 2009-10 में ग्राम पंचायत पेयजल योजना के तहत 125.695 लाख रुपये की लागत से 350 किलो लीटर की क्षमता की टंकी का निर्माण कराया गया। 21.360 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाया जाना था। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश जल निगम ने टंकी तो बना दी पर पाइप लाइन का कार्य आज तक पूरा नहीं किया गया। जिससे यह टंकी ग्राम पंचायत को हैंडओवर नहीं हुई। टंकी का ट्रायल भी हो चुका है लेकिन जलापूíत शुरू नहीं हो सकी है। कलवारी मुस्तहकम के गांव भटपुरवा, बिचऊपुर, बगियापार, गो¨वदापुर आंशिक, चनगहिया मठियवा, सोनकर पुरवा में पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल पहुंचाने की योजना है। ग्रामीणों द्वारा काम पूरा करा कर टंकी चालू कराने की कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। एक सप्ताह पूर्व भाजपा ने गांव में चौपाल का आयोजन किया था। जिसमें गांव के लोगों ने पानी की टंकी का मुद्दा उठाया था। उस समय जलनिगम के जेई अभिनव सामंत ने बताया कि सड़क का निर्माण होने से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। शीघ्र ही टंकी चालू कराने का प्रयास किया जाएगा। जबकि अब तक इस टंकी को चालू कराने की कोई पहल नहीं हुई। कलवारी निवासी बाबूराम चौधरी ने कहा कि सात साल पूर्व गांव में पानी की टंकी बनने का कार्य शुरू हुआ था। रामजीत ¨सह का कहना है कि पाइप लाइन का कार्य पूरा न होने के कारण यहां से संबद्ध गांवों को पानी नहीं मिल पा रहा है। मनोहर लाल अग्रहरि ने कहा कि विभागीय उदासीनता के चलते यह परियोजना ठप है। ग्रामप्रधान पुष्पा ¨सह का कहना है कि पानी की टंकी काफी दिनों से निष्प्रयोज्य पड़ी है। कार्य पूरा न होने के कारण ही ग्राम पंचायत को हस्तांतरित नहीं हो पा रही है। जब तक इसका काम पूरा न हो जाए तब तक न तो इसको ग्राम पंचायत इसको हाथ में लेगी और न ही आपूíत शुरू हो पाएगी।