परीक्षा में बच्चों को रखें तनाव से मुक्त
निजी हो या सरकारी स्कूल कोर्स पूरा करने पर ज्यादा जोर
बस्ती: सरकारी हों या निजी स्कूल कहीं भी छात्रों में ज्ञान वृद्धि के लिए कोई उपाय नहीं किए जा रहे हैं। हर जगह कोर्स पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है। यही वजह है कि को¨चग सेंटर्स को बढ़ावा मिल रहा है। परीक्षा में बच्चों को तनाव से मुक्त रखें , अभिभावक उन पर अनावश्यक दबाव न बनाएं। यह कहना है उन छात्रों का जो इस वर्ष बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। मंगलवार को जागरण कार्यालय में आयोजित पाठक पैनल में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के बीच से यह बात निकल कर आई।
बातचीत में शामिल कक्षा 10 की कौशीन आफिया, कक्षा 12 की दीक्षा ¨सह व अनुभव द्विवेदी ने कहा कि निजी हों या सरकारी स्कूल कहीं भी रणनीति बना कर पढ़ाई नहीं होती है। सत्र की शुरुआत में ही यदि पूरे वर्ष के पाठ्यक्रम के लिए समय निर्धारित कर दिया जाए तो परीक्षा निकट आने तक कोर्स भी पूरा हो जाएगा तथा छात्र रिविजन भी कर सकेंगे। कक्षा 10 के अमन उपाध्याय, मो. तारिक सिराज, यश प्रताप ¨सह ने कहा कि शिक्षक व अभिभावक अंक पर ज्यादा ध्यान देते हैं। छात्र की रुचि और ज्ञान पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। हर हाल में बेहतर नंबर लाने का दबाव छात्रों को तनाव में डाल रहा है। शिक्षक अब्दुल जफर, शाहिद जमा, सुधांशु रंजन, अशरफ अली ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में विषय शिक्षकों का अभाव बच्चों को को¨चग में जाने के लिए विवश कर रहा है। यही वजह है कि कोर्स पूरा न हो पाने तथा परीक्षा की मनमाफिक तैयारी न होने के कारण बच्चे तनावग्रस्त हो रहे हैं। शिक्षकों ने बच्चों को मन लगाकर पढ़ने व तनावमुक्त रहने की सलाह दी।