एसीएमओ और पटल लिपिक भी आए जांच के घेरे में
कुदरहा के जिभियांव में पकड़े गए फर्जी नर्सिंग होम प्रकरण में जांच तेज हो गई है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा पूरे प्रकरण की जानकारी है। इस मामले में कोई भी दोषी नहीं बच पाएगा। नर्सिंग होम संचालक चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ जो सभी संलिप्त पाए गए हैंसबका नाम पुलिस की विवेचना में शामिल होगा।
बस्ती: कुदरहा के जिभियांव में पकड़े गए फर्जी नर्सिंग होम प्रकरण में जांच तेज हो गई है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा पूरे प्रकरण की जानकारी है। इस मामले में कोई भी दोषी नहीं बच पाएगा। नर्सिंग होम संचालक चंद्रप्रकाश चौधरी के साथ जो सभी संलिप्त पाए गए हैं,सबका
नाम पुलिस की विवेचना में शामिल होगा। पुलिस निष्पक्षता के साथ इस मामले की जांच रही है। दूसरी तरफ सीएमओ डा.एके गुप्ता ने कहा इसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डा.सीएल कन्नौजिया और पटल लिपिक की भूमिका की जांच की जाएगी। दोनों लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा। इंटरपास चंद्र प्रकाश की दुकान जब चल गई तो उसने पास के एक गांव की दो लड़कियों और एक डाक्टर का नाम साथ जोड़कर जांच से बचने के लिए नर्सिंग होम का पंजीकरण क्लीनिक के रूप में करा लिया। जांच के दौरान यहां एक डायरी पाई गई है जिसमें तमाम बीमारी के लक्षण और दवाएं लिखी हुई है। नर्सिंग होम में पहले किए गए आपेरशन के भी अभिलेखीय जांच पाए गए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार पवन जायसवाल ने बीते 18 अक्टूबर को जिभियांव में संचालित कृष्णा मेडिकल सेंटर पर छापा मारा था। जांच की यह कार्रवाई अधीक्षक सीएचसी कुदरहा फैज वारिस और चौकी प्रभारी भीम सिंह की मौजूदगी में हुई थी। जांच के दौरान पाया गया था इंटर पास चंद्रप्रकाश चौधरी निवासी भुजैनी ने ही देवनारायण 40 पुत्र शिव सहाय निवासी कनेहटी,लालगंज का बवासीर का आपरेशन किया था। मरीज और उसकी तीमारदार संगीता का बयान दर्ज करने के साथ ही तहसीलदार ने संचालक और उसके दो अन्य सहयोगियों का भी उस समय बयान रिकार्ड किया था। नर्सिंग होम के साथ ही संचालित अवैध मेडिकल स्टोर सील कर आरोपितों को पुलिस कस्टडी में दे दिया गया था। मुकदमा दर्ज कराने की बात आई तो एसीएमओ ने महज संचालक के ही खिलाफ ही तहरीर दी।