छह गन्ना क्रय केंद्रों के तौल लिपिक बर्खास्त
किसानों ने सोमवार को देर शाम चीनी मिल गेट पर भी तौल बंद करवा दिया।
बस्ती: मुंडेरवा चीनी मिल पहुंचे मुख्य गन्ना सलाहकार संजय गुप्त ने मिल परिसर में खड़े ट्रकों पर लदे गन्ने की जांच की। जांच में पता चला कि ट्रकों में लदा गन्ना क्रय केंद्रों से आया था, जो सूखा व खराब था। मुख्य गन्ना सलाहकार ने लापरवाही के आरोप में छह गन्ना क्रय केंद्रों के तौल लिपिकों को बर्खास्त कर दिया।
23 जनवरी को मुंडेरवा सुगरमिल गेट पर अपना अपना गन्ना तौल कराने आए किसानों का गन्ना गुणवत्ता विहीन बताकर तौल करने से मना कर दिया गया था। इससे नाराज गन्ना किसान आंदोलित हो गए। उनका कहना था कि क्रय केंद्रो से ट्रकों पर आए गन्ने से उनका गन्ना अच्छा है। यदि क्रय केंद्र से आए गन्ने की तौल हो रही है तो उनके भी गन्ने की तौल होनी चाहिए। इसी बात को लेकर किसानों ने सोमवार को देर शाम चीनी मिल गेट पर भी तौल बंद करवा दिया। इस दौरान मिल लगभग चार घंटे नो केन में बंद रही। इसके बाद किसानों को समझा बुझा कर शांत कराया गया। रात नौ बजे तौल प्रारंभ करवाया गया। नाराज किसानों ने पुलिस प्रशासन को बताया कि गन्ना क्रय केंद्रों पर तैनात तौल लिपिकों की ओर से सुविधा शुल्क लेकर खराब गन्ना भेजा जा रहा है। उनका गन्ना उससे अच्छा है पर उसकी तौल नहीं की जा रही है। इसकी जानकारी होने पर मुंडेरवा पहुंचे मुख्य गन्ना सलाहकार संजय गुप्त ने जांच के बाद गोटवा, पसड़ा, जिभियांव सहित छह क्रय केन्द्रों के तौल लिपिकों पर कार्रवाई की।