साहब! फिर टपकने लगी विकास भवन की छत
विकास भवन की छत एक बार फिर से टपकने लगी है। भवन के अंतिम तल के गैलरी से लेकर कार्यालयों तक में लोग छत से टपक रहे बारिश के पानी के कारण परेशान है। उनके सामने अभिलेखों को सुरक्षित रख पाना चुनौती बन गया विकास भवन की छत एक बार फिर से टपकने लगी है। भवन के अंतिम तल के गैलरी से लेकर कार्यालयों तक में लोग छत से टपक रहे बारिश के पानी के कारण परेशान हैं। उनके सामने अभिलेखों को सुरक्षित रख पाना चुनौती है।
बस्ती: विकास भवन की छत एक बार फिर से टपकने लगी है। भवन के अंतिम तल के गैलरी से लेकर कार्यालयों तक में लोग छत से टपक रहे बारिश के पानी के कारण परेशान हैं। उनके सामने अभिलेखों को सुरक्षित रख पाना चुनौती है।
तीसरे मंजिल के विकास भवन की छत कई साल से जर्जर है। पिछले वर्ष लगातार तृतीय तल पर स्थित कार्यालयों में छत टपकने के कारण चारों तरफ पानी-पानी हो गया था। इसी तरह जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी के कार्यालय में प्लास्टर के साथ पंखा भी नीचे आ गिरा था। मामला सीडीओ तक पहुंचा तो उन्होंने डीडीओ को छत की मरम्मत कराने का निर्देश दिया। इसके बाद छत की मरम्मत भी कराई गई पर इस बारिश में एक बार फिर छत टपकने से मरम्मत कार्य को लेकर सवाल खड़े हो गए। मत्स्य पालन कार्यालय में लोग बारिश से बचते हुए काम करते नजर आए। कहा कि जब से बारिश शुरू हुई है काम करना मुश्किल हो गया है। खुद को बचाते हुए अभिलेखों को सुरक्षित रखना पड़ रहा है। कमोबेश यही हाल जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी कार्यालय का है। वहां भी लोग बारिश का पानी छत से टपकने के कारण परेशान हैं। तीसरे तल पर गैलरी की छत भी टपक रही है जिसके कारण पूरी गैलरी में पानी जमा है।
-----
विकास भवन की छत टपक रही है इसके बारे में अभी किसी अधिकारी और कर्मचारी ने बताया नहीं है। यदि ऐसा हो रहा है तो छत की मरम्मत के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी।
अजीत कुमार श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी, बस्ती।