जगत कल्याण के लिए हुआ था शिव विवाह
कुआनो-मनोरमा संगम तट पर आयोजित नौ दिवसीय सूर्य महायज्ञ के दौरान शिव विवाह की कथा सुनाई गई।
बस्ती: कुआनो-मनोरमा संगम तट पर आयोजित नौ दिवसीय सूर्य महायज्ञ के दौरान शिव विवाह की कथा सुनाई गई। आचार्या शांती श्रेया शास्त्री ने कहा कि भगवान शिव का विवाह जगत कल्याण के लिए हुआ था। जिन परिस्थितियों में भगवान शिव का विवाह हुआ पूरा जगत ताड़का सुर के अत्याचार से त्रस्त था। देवताओं को यह पता था कि ताड़का सुर को वही मार सकता है जो भगवान शंकर से उत्पन्न होगा। देवताओं ने कामदेव को माध्यम बना कर भगवान शंकर की समाधि को भंग कराई। समाधि भंग होने से देवताओं के कल्याण का मार्ग प्रशस्त हो गया। ब्रह्मा जी के कहने पर भगवान शिव ने अपने विवाह की स्वीकृति प्रदान की। शिव-पार्वती का विवाह हुआ। स्वामी कार्तिकेय जैसे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। आयोजक मधुबन दास, अध्यक्ष रामदौड़ चौधरी,अनिल पांडेय,विजय कुमार शुक्ल,कात्यायनी पांडेय की मौजूदगी रही।