खोजती रही बस्ती पुलिस ,कानपुर के हाथ लगे लुटेरे
अंतरराज्यीय लुटेरों के इस गिरोह से उत्तर प्रदेश और बिहार प्रांत की तमाम बड़ी घटनाओं का राज खुलेगा।
बस्ती: घुमंतू लुटेरों का एक गिरोह बस्ती पुलिस ने ट्रैक किया लेकिन वह भागकर कानपुर पहुंच गए। तीन जगहों पर पुलिस को चकमा देकर भाग रहे इन लुटेरों को कानपुर देहात की पुलिस ने सोमवार की रात में घेराबंदी कर पकड़ लिया। लुटेरे पांच की संख्या में कार और बाइक पर सवार थे।
दरअसल आइसीआइसीआइ बैंक लूटकांड के बाद बस्ती पुलिस लुटेरों की खोजबीन में जुटी थी। इस बीच उसे फोरलेन किनारे संतकबीरनगर नगर के एक बड़े होटल में कुछ संदिग्धों के ठहरने की सूचना मिली। पुलिस टीम वहां पहुंचती इससे पहले ही उन लोगों ने होटल छोड़ दिया। होटल में उनकी आइडी चेक की गई तो वह फर्जी लगे। पुलिस टीम ने होटल कर्मियों से पूछताछ कर उनके बारे में तथ्य जुटाए। होटल कर्मियों के अनुसार वह लोग कमरे में किसी को घुसने नहीं देते थे। खाना भी बाहर जाकर खाते थे। इनकी गतिविधि होटल कर्मियों को संदिग्ध लगी लेकिन किसी ने कुछ नहीं बोला। 6 दिसंबर को बाइक सवार बदमाशों के बस्ती में बैंक लूटने की खबर चर्चा में आने के बाद होटल में ठहरे उन संदिग्ध व्यक्तियों की बात पुलिस तक पहुंची। होटल में ठहरे पांचों संदिग्ध एक विशेष समुदाय के थे। आइडी में इनका पता मध्यप्रदेश के भोपाल का था। इनके पास आइ-20 कार थी। नंबर अपठनीय था। साथ में कावासाकी बाइक भी थी। दिन में यह लोग बाइक से घूमने निकलते थे और रात में कार का प्रयोग करते थे।
बहरहाल एसपी बस्ती ने इन तक पहुंचने के लिए पूरा तंत्र लगा दिया। एमपी नंबर वाली आइ-20 कार खोजी जाने लगी। बस्ती से लखनऊ रूट के सभी टोल पर सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए,कोई लोकेशन नहीं मिला। यह बदमाश गत 5 दिसंबर को ही होटल छोड़कर बिहार चले गए थे। दो दिन बाद यह फिर वापस लौटे। बस्ती पुलिस इनके बारे में टोल बूथों पर जांच कर रही थी। एक दिन पहले बस्ती टोल से लखनऊ की ओर जाने का लोकेशन मिला। पुलिस जब तक एक टोल से दूसरे टोल पर पता करती यह लुटेरे उन्नाव का बारापुर टोल पार कर चुके थे। फोन पर बस्ती पुलिस फैजाबाद,बाराबंकी,लखनऊ,उन्नाव और कानपुर पुलिस के संपर्क पर बनी रही। इसका नतीजा यह हुआ कानपुर देहात पुलिस टीम ने घेराबंदी कर इनको पकड़ लिया। अपर पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार ने बताया कानपुर में पकड़े गए इन बदमाशों की जानकारी है। बस्ती बैंक लूटकांड में इनके शामिल होने का अंदेशा था इसी आधार पर इनका पीछा किया जा रहा था। बाइक से यह बदमाश राह चलते घटना को अंजाम देते थे और कार से घूमकर मौज मश्ती करते थे।