बढ़ रही नदियां, बीस गांव बाढ़ की चपेट में
खतरे के निशान से 69 सेमी ऊपर पहुंची सरयू नदी
जासं.विक्रमजोत,बस्ती:
सरयू नदी लगातार भयावह रूप धारण करती जा रही है । हर्रैया तहसील क्षेत्र के सात गांव मैरुंड हो चुके हैं। वहीं घरों में घुसा बाढ़ का पानी लोगों को अपना आशियाना छोड़ने को मजबूर कर रहा है । केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार को सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 69 सेमी ऊपर यानी 93.420 मीटर पर पहुंच गया । ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीना ने बताया तहसील क्षेत्र के बीस गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। 18 गांवों में नावें लगा दी गई हैं। संगलपुर के पास चल रही कटान रुक गई है।
लगातार जलस्तर में वृद्धि से जनपद की सीमा पर रिधौरा ग्राम पंचायत का लमती पुरवा में तीन तरफ से पानी भर गया है। घघौवा पुल से नदी का पानी परशुरामपुर ब्लाक के दर्जन भर गांव में पहुंचने लगा है। इधर विक्रमजोत ब्लाक के तटबंध विहीन व आपदा ग्रस्त गांव भरथापुर , कल्यानपुर , पड़ाव गांव पूरी तरह से मैरुंड हो चुके हैं। ग्राम प्रधान संजय यादव व हेमंत पाण्डेय के अनुसार गांव में करीब पन्द्रह से बीस घरों में बाढ़ का पानी भरा है जिसके चलते घरों में रखे अनाज व जानवरों के चारे भूसा आदि नष्ट हो गए। जानवरों को भी दाने चारे का संकट खड़ा हो गया है। रास्ते में पानी भर जाने से आवागमन ठप हो गया है। बीमार लोगों व बुजुर्गों के लिये इलाज का संकट उत्पन्न हो गया है । चानपुर,संदलपुर गांव तक पानी पहुंच गया है। अइलिया जुग्गाराय व बड़ागांव बेतावा,कन्हईपुर में जलभराव की स्थित है वहीं शम्भूपुर ,नरसिंहपुर ,खेमराजपुर , पकड़ी , लकड़ी दूबे व पाण्डेय , अर्जुनपुर सहित दो दर्जन गांवों में रहने वाली आबादी बाढ़ की चपेट में हैं ।
हमारे दुबौलिया संवाददाता के अनुसार खजांचीपुर, बिसुन्दासपुर का हरिजन बस्ती, बरदिया लोहार, दिलासपुरा के पास भरपुरवा,अशोकपुर के चार पुरवे, बानेपुर,टेड़वा,पाहीमाफी,और माझा क्षेत्र में एहतमाली,देवारागंगबरार गांव में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। कटरिया चांदपुर तटबंध पर जगह-जगह नदी सीधा दबाव बना रही है,गौरा सैफाबाद तटबंध पर बने स्पर और ठोकरों पर नदी लगातार दबाव बनाए है। तटबंध और नदी के बीच स्थित टकटकवा गांव के सुरक्षा के लिए बनाया गया रिगबाध ओवरफ्लो हो गया है।