खतरे के निशान से 31 सेमी ऊपर हुई सरयू नदी
नदी से सटे गांवों की ओर बढ़ रहा बाढ़ का पानी
बस्ती:सरयू नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नदी से सटे गांवों में बाढ का पानी रिहायसी इलाकों की ओर बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार को नदी का जलस्तर 93 मीटर से ऊपर पहुंच गया और लगातार बढ़ रहा है। नदी खतरे के निशान 92.73 मीटर है। बाढ़ का खतरा लोगों के सिर पर मंडराने लगा है। भरथापुर , कल्यानपुर व पड़ाव गांव के रास्तों पर से नदी का पानी करीब एक फीट ऊपर बह रहा है। रास्ते में पानी भरने से लोगो को रोजमर्रा की जरूरत व बीमार लोगो के इलाज के लिये संकट खड़ा हो गया है। वहीं माझा क्षेत्र में पानी भर जाने से पशुओं के लिये चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है पशुपालक चारे के लिये भटक रहे हैं। तटीय गांवों में बसे लोगो की नींद उड़ी हुयी है। बाढ़ का पानी हाइवे पर बने पुल के माध्यम से एक बार फिर दूसरी ओर बसे गांवों में किसानों की फसलों को डुबोने लगा है। वहीं संदलपुर गांव में भी पानी करार से ऊपर पहुंच गया है। गुरुवार की देर शाम विधायक अजय सिंह ने कटान प्रभावित गांव का निरीक्षण किया और बचाव कार्य की जानकारी ली। विधायक ने मौके पर मौजूद अधिशाषी अभियंता से कटान रोधी कार्यों में तेजी लाने व मजबूत ठोकर निर्माण के लिये निर्देशित किया ।
गावों की तरफ बढ़ने लगा पानी
जासं दुबौलिया बस्ती: बीते दो दिनों से लगातार सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से तटबंध और नदी के बीच स्थित गावों में पानी भरने लगा है। नदी अब रौद्र रूप धारण करती जा रही है। सुबिकाबाबू, टेड़वा, भरपुरवा, भुवरिया, खजांचीपुर आदि गांवों में एक बार फिर पानी बढ़ने लगा है। इन गावों में लोगों की दिनचर्या प्रभावित होने लगी है। गौरा सैफाबाद तटबंध पर 12 गांव को बचाने के लिए बनाए गए किसुनपुर मोजपुर रिग बांध पर भी जलस्तर बढ़ने से दबाव बढ़ गया है। कटरिया चांदपुर, चांदपुर गौरा तटबंध पर जलस्तर बढ़ने से तटबंधों को सुरक्षित करने के लिए बने स्पर और ठोकर पर भी नदी का दबाव बना हुआ है। कटरिया, खजन्चीपुर, खलवा, मझियार, दिलासपुरा, गांव के निकट कृषि योग्य भूमि को नदी काटकर अपने में समाहित कर रही है। सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने कहा नदी के जलस्तर के बढ़ने से तटबंध पर कोई भी खतरा नहीं है संवेदनशील जगह खलवा, चांदपुर, टकटकवा के पास सीसी कैमरे से निगरानी की जा रही है।