लक्ष्य और धन मौजूद, शादी की तिथि तय नहीं
अक्टूबर में ही होना था सामूहिक विवाह कार्यक्रम 65 जोड़ों की शादी को मिले हैं 33.15 लाख रुपये।
जागरण संवाददाता, बस्ती : जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अक्टूबर के अंत तक 65 जोड़ों की शादी होनी थी। इसके लिए 33.15 लाख रुपये डेढ़ माह पूर्व ही मिल गए लेकिन जिम्मेदारों की हीलाहवाली के कारण अब तक सामूहिक विवाह कार्यक्रम को हरी झंडी नहीं मिल पाई।
कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए फरवरी से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को ग्रहण लग गया था। सरकार ने फिर इसे शुरू करने का निर्णय लेकर अक्टूबर में इसका आयोजन करने का निर्देश दिया था। बस्ती जिले के सभी 14 ब्लाकों में चार-चार जोड़ों का तो नगर पालिका बस्ती क्षेत्र में पांच जोड़ों के विवाह का लक्ष्य है। इसके अलावा नगर पंचायत हर्रैया, बभनान, रुधौली और बनकटी में एक-एक जोड़ों की शादी होनी है। अक्टूबर बीत गया, नवंबर भी बीतने वाला है, इसके बाद भी अब तक सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन की तिथि और स्थान तय नहीं हो पाए हैं। लेटलतीफी और जिम्मेदारों की उदासीनता का आलम यह है कि अब तक आयोजन के लिए जिले स्तर पर कमेटी तक गठित नहीं हो पाई है। सामूहिक विवाह कार्यक्रम से पूर्व जिले स्तर पर गठित कमेटी की एक बैठक की जानी है, जिसमें आयोजन स्थल और तिथियों का निर्धारण होना है। अब तक यह बैठक नहीं हो पाई है। बैठक होते ही तिथि व स्थान की घोषणा कर दी जाएगी।
आरएन यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी, बस्ती।
पिछले साल 687 की हुई थी शादी
पिछले वित्तीय वर्ष में कुल 687 जोड़ों की शादी कराई गई थी। इसके लिए जिला व ब्लाक स्तर पर सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इस वित्तीय वर्ष में पहली बार सामूहिक विवाह का कार्यक्रम होना है। एक जोड़े की शादी पर खर्च होंगे 51 हजार
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक जोड़े की शादी पर सरकार की ओर से 51 हजार रुपये खर्च किए जाने हैं। इसमें 35 हजार रुपये लड़की के खाते में भेजे जाते हैं,जबकि 10 हजार रुपये की सामग्री दी जाती है। छह हजार रुपये आयोजन में खर्च किए जाते हैं।