मनरेगा मजदूरों की मजदूरी का 3.15 करोड़ अब भी बकाया
इंद्रपाल सिंह उपायुक्त श्रम एवं रोजगार ने बताया कि सभी विकास खंडों के कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा को निर्देश दिया गया है कि वे मनरेगा श्रमिकों को समय से पारिश्रमिक दिलाएं। जिन ब्लाकों में देरी हो रही है उनके कार्यक्रम अधिकारी को नोटिस देकर बकाया पारिश्रमिक के भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
बस्ती: मजदूरों को रोजगार तो दिया जा रहा है पर समय से उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अभी भी जनपद में मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी के रूप में 3.15 करोड़ रुपये बाकी है।
इसमें विकास खंडों के मजदूरों का बकाया 3.09 करोड़ से अधिक है,शेष अन्य विभागों की ओर से कराए गए कार्यों में लगे मनरेगा श्रमिकों का है। तमाम निर्देशों के बाद भी मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान समय से नहीं हो पा रहा है। पहले मनरेगा मजदूरों को 15 दिन के अंदर मजदूरी का भुगतान करना होता था, अब आठ दिन के अंदर ही मनरेगा श्रमिकों के मजदूरी का भुगतान करने का निर्देश शासन स्तर से दिया गया है। जिलाधिकारी व सीडीओ लगातार मनरेगा श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान निर्धारित समय पर करने का निर्देश देते रहते हैं, इसके बाद भी जिले में समय से मनरेगा श्रमिकों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। बस्ती सदर विकास खंड में मनरेगा श्रमिकों की मजदूरी का सर्वाधिक 95.47 लाख रुपये बकाया है। वहीं कुदरहा ब्लाक मनरेगा श्रमिकों के भुगतान में सबसे आगे है। इस ब्लाक में मनरेगा मजदूरी का महज 13 हजार रुपये ही अवशेष हैं।
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विकास खंड बकाया मजदूरी (लाख में)
बहादुरपुर 31.11
बनकटी 24.25
बस्ती सदर 95.47
दुबौलिया 22.82
गौर 19.71
हर्रैया 5.65
कप्तानगंज 29.94
कुदरहा 0.13
परशुरामपुर 28.86
रामनगर 23.67
रुधौली 5.07
सल्टौआ 7.27
साऊंघाट 7.19
विक्रमजोत 8.04
इंद्रपाल सिंह, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार ने बताया कि
सभी विकास खंडों के कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा को निर्देश दिया गया है कि वे मनरेगा श्रमिकों को समय से पारिश्रमिक दिलाएं। जिन ब्लाकों में देरी हो रही है, उनके कार्यक्रम अधिकारी को नोटिस देकर बकाया पारिश्रमिक के भुगतान में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।