भीड़ देख रेल प्रशासन ने कासन पर चलाईं ट्रेनें
अमृतसर की घटना को देखते हुए लिया गया निर्णय
बस्ती: अमृतसर में रावण दहन के दौरान हुई घटना को लेकर बुधवार को पूर्वोत्तर रेल प्रशासन सतर्क रहा। यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए जिले के टिनिच- गो¨वदनगर स्टेशन के बीच बलुआ समय माता स्थल के निकट आठ घंटे तक ट्रेनों को कासन के सहारे संचालित किया गया। इस दौरान चालीस किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेनें चली। सामाजिक संगठन भारतीय ¨हदू सेवक संघ के मंडल अध्यक्ष जीतेंद्र अग्रहरि की अगुवाई में लोगों ने टिनिच रेल प्रबंधन को ज्ञापन दिया था। कहा था कि समय माता स्थल के निकट कुआनो नदी पर रेल पुल बना है। स्थल के सामने रेल ट्रैक कर्व है। पुल के निकट नदी में क्षेत्र की दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन होता है। साथ ही कुछ दूरी पर मेला भी लगता है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों का रेलवे ट्रैक के आसपास आवागमन रहता है। लिहाजा दोपहर बाद दो बजे से रात दस बजे तक पुल के पास ट्रेनों की गति कम होने से सुरक्षित विसर्जन किया जा सकेगा। साथ कि किसी घटना की आशंका भी कम हो जाएगी। स्टेशन प्रबंधन ने यह सूचना कंट्रोल के साथ उच्चाधिकारियों को दी। रेल प्रशासन ने आमजन की सुरक्षा को देखते हुए ट्रेनों को धीमी गति से चलाया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक ट्रेनें कासन के सहारे चलाई गईं।