काल- स्पूफ गैंग के कारनामे से पुलिस में हड़कंप
गाजियाबाद के मोदीनगर थाना पुलिस की ओर से एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया गया है, जो कि पुलिस अफसरों के सीयूजी नंबरों से एप के जरिए अपने ही फोन से काल कर झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देकर ठगी करते थे।
बस्ती: गाजियाबाद के मोदीनगर थाना पुलिस की ओर से एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया गया है, जो कि पुलिस अफसरों के सीयूजी नंबरों से एप के जरिए अपने ही फोन से काल कर झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देकर ठगी करते थे। गैंग का संचालन बस्ती जेल से होने की जानकारी होने पर जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। चर्चा है कि गैंग के लोगों ने बस्ती के एक पुलिस अफसर का नंबर भी हैक कर किसी को फोन किया था। गाजियाबाद के मोदीनगर थाने की पुलिस ने सोमवार को एक काल स्पूफ गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार कर उसके पास से ठगी के 75 हजार रुपये, नया मोबाइल, मिठाई का डिब्बा और तीन हजार रुपये बरामद किया था। गिरफ्तार आरोपित ब्रजभान अमेठी के पीपरपुर थाना इलाके का रहने वाला है। ब्रजभान ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया था कि गैंग, बस्ती जेल में बंद अतुल और देवेंद्र चलाते हैं। वह एप के जरिए किसी के भी नंबर से बिना उसकी सिम के काल कर सकते थे। इस एप में फ्रॉम और टू दो विकल्प होते हैं। फ्रॉम वाले नंबर से टू वाले नंबर पर कॉल की जाती है। हालांकि बस्ती जेल का कोई अधिकारी मामले में कुछ भी बताने से बच रहा है। मगर सूत्रों की मानें तो गैंग के तार बस्ती से लेकर दिल्ली तक जुड़े हैं। गाजियाबाद में पकड़ा गया अभियुक्त ब्रजभान बस्ती जेल में बंद अतुल और देवेंद्र का चचेरा भाई बताया जा रहा है। एसपी दिलीप कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में है। सोमवार को ही इस विषय पर जेल अधिकारियों से वार्ता हुई है।
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यह गैंग मोबाइल नंबर की क्लो¨नग कर एप के जरिए लोगों को काल करता है। पुलिस अधिकारियों के नंबर का प्रयोग कर वसूली करने का मामला सामने आने और गिरोह का संचालन बस्ती जेल से होने की खबर मिलते ही बस्ती पुलिस और जेल प्रशासन दोनों को सतर्क कर दिया गया है। इनका नेटवर्क खंगाला जा रहा है।
डा. राकेश शंकर, डीआइजी, बस्ती परिक्षेत्र