प्रभु श्रीराम के जन्म पर हर्षित श्रद्धालु
प्रभु के आरती गान में शामिल हुए श्रद्धालु खूब झूमे
जागरण संवाददाता, बस्ती : भगवान श्री राम का जीवन चरित्र भला किसको नहीं भाएगा। मानस की चौपाइयों की धुन के बीच जब उनकी जीवन लीला का अद्भुत मंचन शुरू हुआ तो माहौल सचमुच राममय बन गया। प्रभु का प्रतीकात्मक जन्म हुआ। सभागार में उपस्थित लोग हर्षित हो उठे। तालियों की गड़गड़ाहट और जयकारों की गूंज देर तक हुई। बधाई गीत बजने लगे। महिला, पुरुष, बच्चे सभी प्रभु श्रीराम की भक्ति में डूब गए।
यह ²श्य था शहर के अटल प्रेक्षागृह में आयोजित रामलीला महोत्सव के दूसरे दिन का। तय समय पर जब मंचस्थ पात्रों ने प्रभु राम के जन्म का सजीव मंचन शुरू किया तो हर कोई हर्षित हो उठा। भगवान को पालने में देखने के लिए लोग आतुर हो उठे। श्रद्धा भाव से उन्हें नमन किया गया। कलाकारों ने रावण के अत्याचार से त्रस्त धरती का वर्णन किया। बताया कि रावण वध के निमित्त ही भगवान राम का जन्म हुआ था। व्यास कृष्ण मोहन पांडेय ने दर्शकों को बताया कि मोह से कोई मुक्त नहीं है। धरती पर जब अत्याचार बढ़ता है तो श्री हरि विष्णु विविध रूपों में अवतार लेकर आसुरी शक्तियों का संहार करते हैं। लीला स्थल पर श्रीराम का जन्म होते ही बधाइयां बजने लगी। भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी. से सभागार गूंज उठा। नपाध्यक्ष रूपम मिश्रा, बृजेश सिंह मुन्ना, विवेक मिश्र, प्रशांत पांडेय, डा. अभिनव उपाध्याय, पंकज त्रिपाठी, जान पांडेय, परमेश्वर शुक्ल पप्पू आदि ने आरती उतारी। संचालन पंकज त्रिपाठी ने किया। प्रधानाचार्य योगेश शुक्ल, अखिलेश दुबे, राहुल त्रिवेदी, गरुणध्वज पांडेय, संतोष शुक्ल मौजूद रहे।