अधिकारियों ने हजम कर लिए 5.78 लाख
स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों ने वित्तीय अनियमितता कर 5 लाख 78 हजार रुपये हजम कर लिए।
बस्ती : स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों ने वित्तीय अनियमितता कर 5 लाख 78 हजार रुपये हजम कर लिए। इस मामले का पर्दाफाश आडिट रिपोर्ट में हुआ है। यह कारनामा किया गया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) विक्रमजोत में। सीएचसी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलकर कर इसे अंजाम दिया। जाचं रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है।
नेशनल हेल्थ स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत सरकार अस्पतालों को बजट उपलब्ध कराती है। इस मद को मरीजों के हित में खर्च किया जाता है। वित्तीय वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 में सीएचसी विक्रमजोत में तैनात अधीक्षक डा. राजेंद्र प्रसाद ने 94 हजार 900 रुपये, एआरओ उमेशचंद्र पांडेय ने 1 लाख 17 हजार 485 रुपये, बीएचडब्ल्यू आलोक पांडेय ने 86 हजार 685 रुपये, कर्मचारी संतोष गुप्ता ने 54 हजार 500 रुपये, कर्मचारी मंगल ¨सह ने 1 लाख 16 हजार 675 रुपये व कर्मचारी योगेंद्र ¨सह ने 67 हजार 200 रुपये की धनराशि को व्यक्तिगत खातों में भेज दिया। यह पूरी रकम 5 लाख 78 हजार रुपये है। जिसका अनियमित रुप से हस्तांतरण किया गया। तीनों अधिकारियों व कर्मचारियों पर आडिट टीम ने आरोप पत्र दायर करते हुए गंभीर वित्तीय अनियमितता व गबन मा मामला बताया है।
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विक्रमजोत में हुई आडिट की रिपोर्ट में 5.78 लाख रुपये गबन का मामला सामने आया है। यहां के अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद को हटा दिया गया है। विभागीय जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है। एसीएमओ डा. फखरेयार हुसैन, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सीके वर्मा, वित्त एवं लेखाधिकारी बीएन श्रीवास्तव को जांच सौंपी गई है।
डा. जेएलएम कुशवाहा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी