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बालू खनन से नदी की धारा सीधी करने में बाधा

जनपद में दुबौलिया के कटरिया-चांदपुर व पिपरपाती में कलवारी-रामपुर तटबंध के पास नदी की धारा सीधी करने का काम चल रहा है। धारा बदली की राह में पूर्व में हुआ बालू खनन बाधक बन रहा

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 10:46 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 10:46 PM (IST)
बालू खनन से नदी की धारा सीधी करने में बाधा
बालू खनन से नदी की धारा सीधी करने में बाधा

बस्ती: जनपद में दुबौलिया के कटरिया-चांदपुर व पिपरपाती में कलवारी-रामपुर तटबंध के पास नदी की धारा सीधी करने का काम चल रहा है। धारा बदली की राह में पूर्व में हुआ बालू खनन बाधक बन रहा है। नदी की तलहटी में 20 से 30 मीटर की गहराई में हुए खनन कार्य धारा मोड़ने में बाधक बन रहे हैं। यही गड्ढे तटबंधों पर कटान का कारण बनते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि खनन क्षेत्र में अधिकतम तीन मीटर की गहराई तक ही बालू उठाने का नियम है। अनियोजित खनन के चलते नदी की धारा कई भाग में बंट गई है। पिपरपाती में टीम द्वारा पूर्व के गड्ढों को पाटा जा रहा है। कई धाराओं को एक करने के लिए नदी की तलहटी में खोदाई करनी पड़ रही है। जिस वजह से ड्रे¨जग मशीन पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रही है।

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वर्तमान समय में धारा सीधी करने का काम पिपरपाती में टेंगरिहा बाबू से संतकबीर नगर जनपद के मैंदी घाट तक 9 किमी की लंबाई में चल रहा है। संतकबीर नगर की सीमा पर हो रहे बालू खनन से समस्या हो रही है। बेहिसाब बालू निकाला गया है। पिपरपाती के पास महुआपार खुर्द में पूर्व में भी खनन हुआ था। अब गड्ढों को पाटने का काम ¨सचाई विभाग कर रहा है। ¨सचाई विभाग के सहायक अभियंता एसपी ¨सह ने बताया कि धारा सीधा करने का काम 300 मीटर हो चुका है। पड़रिया गांव के पास गड्ढ़ों व नदी के छोटे छोटे मुहानों को भरा जा रही है। वहां बालू खनन भी रहा है। एक तरफ हम लोग गड्ढे पाट रहे हैं दूसरी तरफ लोग गड्ढ़ा कर रहे हैं।


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