सरकार के खिलाफ गरजे वित्तविहीन शिक्षक, दिया धरना
वित्तविहीन शिक्षकों द्वारा निकाली गई मुख्यमंत्री ¨नदा यात्रा रविवार को बस्ती पहुंची।
बस्ती : वित्तविहीन शिक्षकों द्वारा निकाली गई मुख्यमंत्री ¨नदा यात्रा रविवार को बस्ती पहुंची। जनपद की सीमा घघौवा पर स्वागत किया गया। यात्रा में साथ चल रहे शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी समेत प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया। इसके बाद वाहनों के लंबे काफिले के साथ यह यात्रा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में आकर धरने में तब्दील हो गई। यहां वित्तविहीन शिक्षकों ने हुंकार भरी। सरकार को खूब खरी खोटी सुनाई गई। शिक्षक विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री की टिप्पणी से सभी वित्तविहीन शिक्षक आहत हैं। 29 सितंबर को यह ¨नदा यात्रा लखनऊ से प्रारंभ हुई है। सभी जनपदों में वित्तविहीन शिक्षकों को सरकार के खिलाफ एकजुट किया जा रहा है। मौजूदा सरकार में वित्तविहीन शिक्षकों का मानदेय बंद कर उन्हें अपमानित किया जा रहा है। इन्हें अयोग्य और नकारा कहा जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर सड़क से सदन तक संघर्ष किया जाएगा। एमएलसी संजय मिश्र ने कहा कि 7 जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल प्रदर्शन होगा। वित्तविहीन शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन जब तक नहीं मिल जाता संगठन चुप नहीं बैठेगा। महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रेनू मिश्रा ने कहा कि शिक्षकों के हित के साथ खिलवाड़ करने वाली इस सरकार से जनता भी अब अलग हो रही है। सरकार को शिक्षकों की ताकत का एहसास कराना होगा। 1986 से शुरू हुई वित्तविहीन शिक्षा व्यवस्था अब समाप्त होकर रहेगी। प्रदेश मंत्री रमेश कर पाठक, प्रदेश संगठन मंत्री राकेश दुबे, सूर्य नारायण उपाध्याय भाउक ने भी संबोधित किया। जिलाध्यक्ष हरिशंकर पांडेय ने शिक्षक नेताओं का स्वागत किया। संचालन जिला महासचिव आरडी निषाद ने किया। अंत में डीआइओएस ज्ञापन भी सौंपा गया। अनिल कुमार तिवारी, अशोक कुमार शुक्ल,जेपी तिवारी, धीरेंद्र शुक्ल, अनूप खरे, संतोष ¨सह, संतोष श्रीवास्तव, डा. अर¨वद कुमार मिश्र, सुभाष तिवारी, विजय यादव, मो. शहजाद, नरेंद्र नाथ तिवारी, आदित्य प्रताप ¨सह राजन, रामशरण चौधरी, हरिशंकर मिश्र मौजूद रहे।