गांव मान चुका था मृत, अब जिंदा होने की चर्चा
मां को बेटे के जिदा होने पर नहीं हो रहा विश्वास चार पर दर्ज है हत्या का केस पुलिस का सूचना से इन्कार
बस्ती:
बिहार प्रांत के शेखपुरवा में बस्ती जिले के लालगंज थाने के ग्राम सेल्हरा निवासी युवक श्यामचंद के दो वर्ष पूर्व हत्या किए जाने के दर्ज केस के बाद जिंदा होने की खबर मिलने पर गांव में चर्चाएं गरम हैं। हालाकि थानाध्यक्ष लालगंज अनिल कुमार सिंह ने बिहार पुलिस द्वारा अब तक ऐसी कोई सूचना देने से इन्कार किया है। मां भी बेटे के जिंदा होने की बात पर विश्वास नहीं कर पा रहीं, लेकिन चर्चाओं के बीच भावनाओं को रोक भी नहीं पा रहीं।
दैनिक जागरण ने बिहार के नवादा जिले के एक आश्रम की साध्वियों द्वारा साधु वेश युवक को श्यामचंद के रूप में पहचान करने पर पुलिसिया कार्रवाई के बाद गुरुवार के अंक में जिंदा होने की खबर प्रकाशित की। इसके बाद शुक्रवार को गांव में लोग अनके तरह की चर्चाओं में मशगूल दिखे, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं दिखा।
मां कमलावती देवी ने नौ मार्च 2018 को तहरीर देकर कहा था कि 30 नवंबर 2017 की शाम को सच्चिदानंद उर्फ दयानंद, उनके सहयोगी दीपानंद, अभेदानंद, कमलाबाई, शीतला बाई, मांडवी, रश्मिबाई, मालती सत्यलोक आश्रम स्थित सेल्हरा आए। बेटे के साथ बेटी सरोज व बिलायती को आश्रम ले गए। बेटियां वापस आ गईं, बेटा लौटकर नहीं आया। इस मामले में जान से मारने की नीयत से अपहरण और साजिश का केस दर्ज है। चार साध्वियों को जेल भी भेजा गया।