मनोरमा की सफाई को बढ़े हाथ
पौराणिक नदी मनोरमा को सुरक्षित रखने के लिए हाथ बढ़ने लगे हैं। जागरण द्वारा नदी के अस्तिव को बचाने के लिए चलाया जा रहा अभियान अब सार्थक होने की दिशा में बढ़ चला है। रविवार को कुदरहा ब्लाक के मेहनौना और नाऊगाड़ गांव के लोगों ने नदी की सफाई का अभियान शुरू किया
बस्ती: पौराणिक नदी मनोरमा को सुरक्षित रखने के लिए हाथ बढ़ने लगे हैं। जागरण द्वारा नदी के अस्तिव को बचाने के लिए चलाया जा रहा अभियान अब सार्थक होने की दिशा में बढ़ चला है। रविवार को कुदरहा ब्लाक के मेहनौना और नाऊगाड़ गांव के लोगों ने नदी की सफाई का अभियान शुरू किया। ग्राम पंचायत मेहनौना में बड़ी संख्या में लोगों ने अभियान में हिस्सा लिया। ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी,कोटेदार, आंगनबाड़ी, आशा, मनरेगा मजदूर के अलावा गांव के अन्य लोगों ने भी श्रमदान किया। पानी भले ही ठंड रहा लेकिन लोगों के उत्साह पर इसका कोई असर नहीं हुआ। सैकड़ों महिला व पुरुष घाट पर पहुंच कर नदी में फैले सेवाल, गोन, जलकुम्भी जैसी गंदगी को बाहर निकला। करीब दो सौ मीटर तक लोगों ने सफाई की। तीन बजे तक लोग सफाई में जुटे रहे । ग्राम प्रधान पूनम पाल ने कहा कि पूरे ग्राम पंचायत के लोगों से श्रमदान करने की अपील की गई है। गांव के हिस्से वाली नदी की जब तक सफाई नहीं हो जाएगी अभियान चलता रहेगा। कुदरहा संवाददाता के अनुसार नाऊडाड़ गांव के किनारे तट पर प्रधान प्रतिनिधि रणविजय ¨सह व ग्राम विकास अधिकारी सतीश चंद्र के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण नदी के तट पर एकत्रित हुए। सफाई अभियान शुरू हुआ। ग्राम पंचायत भक्तुपुर के राजस्व गाव हथियांव खुर्द में ग्राम प्रधान अशोक कुमार के नेतृत्व में सफाई की गई। ग्राम विकास अधिकारी सतीश चंद्र ने बताया कि मनोरमा नदी की तुलना सरस्वती नदी से की जाती थी। अब मनोरमा नदी अस्तित्व के संकट से जूझ रही है। प्रधान लवकुश ,सीता राम , उदय भान ¨सह, जय राम ,राम कुमार,पूनम देवी,बंशी ,अनीता देवी, उषा देवी,आरती देवी , कुसुम देवी, दयाराम,झिन्ना ,मनभावती ,आरती, रेशमा देवी, विनय कुमार ने सफाई की।