प्याज-लहसुन की खेती के साथ करें भंडारण का इंतजाम
किसानों की आय दोगुना करने के लिए सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है। अपने उत्पाद स्टोर में सुरक्षित रख सकेंगे। इसके लिए सरकार ने प्रबंध किया है। प्याज और लहसुन की खेती में अनुदान भी मिलेगा।
बस्ती : किसानों की आय दोगुना करने के लिए सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है। अपने उत्पाद स्टोर में सुरक्षित रख सकेंगे। इसके लिए सरकार ने प्रबंध किया है। प्याज और लहसुन की खेती में अनुदान भी मिलेगा।
उद्यान विभाग में संचालित राज्य औद्यानिक मिशन प्रबंधन योजना में लहसुन और प्याज की खेती करने वाले किसानों को निश्शुल्क उच्च प्रजाति के बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। यह बीज उन्हीं किसानों को मिलेगा जो उद्यान विभाग में पंजीकृत होंगे। साथ ही विशेषज्ञ किसानों को नई तकनीक बताएंगे। वित्तीय वर्ष 2019-20 में उद्यान विभाग 10 हेक्टेयर में लहसुन जबकि 20 हेक्टेयर में प्याज की खेती करवाएगा। पंजीकृत किसानों को प्रति हेक्टेयर प्याज का बीज 10 किलो जबकि लहसुन प्रति हेक्टेयर के लिए 80 किलो बीज दिया जाएगा। पिछले साल लहसुन में 10 और प्याज में 15 हेक्टेयर का लक्ष्य मिला था, जिसे पूरा कर लिया गया था। किसानों के खेत में उत्पादित प्याज व लहसुन को सरकार सुरक्षित करेगी। 25 एमटी क्षमता के प्याज भंडार गृह घर में ही बना सकेंगे। इसके लिए किसानों को 87 हजार 500 रुपये अनुदान दिया जाएगा। लागत 1 लाख 75 हजार रुपये आएगी। प्याज इसमें रख सकेंगे। जब बाजार भाव चढ़े तब बिक्री करें, इससे सीधा लाभ किसान को मिलेगा, न कि बिचौलिए को।
भंडार गृह बनाने की योजना साकार होगी। जब प्याज उत्पादित होकर बाजार में पहुंचता है तब बाजार भाव कम रहता है। किसान चाहें तो इसे स्टोर कर बाद में बिक्री करें, इससे उनकी आमदनी बढ़ेगी। भंडार गृह बनाने पर सरकार अनुदान देगी।