अब बंद किए जाएंगे कम क्षमता के पशु आश्रय स्थल
डीएम ने की गोशाला की समीक्षा दिए निर्देश
बस्ती : जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में गोआश्रय स्थलों की समीक्षा की। निर्देश दिए कि 30 से कम क्षमता वाले गोवंशीय पशु आश्रय स्थल बंद कर दिए जाए। रखरखाव पर संसाधनों की कमी के दृष्टिगत एक ही स्थान पर अधिक पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी।
डीएम ने पशुपालन विभाग को निर्देशित किया कि सभी छोटे गोवंशीय पशुओं को गोशाला में रखा जाए। बेसहारा पशु बाहर न घूमने पाए। राष्ट्रीय राजमार्ग को कतई बेसहारा पशुओं से मुक्त रखा जाए। सभी एसडीएम आश्रय स्थलों में पशुओं के लिए हरा चारा उपलब्ध कराने के लिए चारागाह की भूमि चिह्नित कर ग्राम पंचायत को सौंपे। यदि इस पर अवैध कब्जा हो तो तत्काल हटवाएं। सभी गोशाला में खाद गड्ढा 10 दिन के भीतर तैयार कराया जाए। राज्य वित्त आयोग के धन से कटीले तारों से चहारदीवारी बनवाएं। पशुओं को ठंड से बचाने के लिए शेड और बोरों की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। सभी ब्लाक में सौ-सौ पशु सुपुर्द किए जाएंगे। खाद के जरिये गोशाला की आमदनी का स्त्रोत बनाया जाए। आम लोगों को गोशाला में दान देने के लिए भी प्रेरित किया जाए। संयुक्त निदेशक पशुपालन डा. विद्याभूषण, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. अश्वनी तिवारी ने बताया कि 114 अस्थायी पशु आश्रय स्थलों में 2076 पशु रखे गए हैं। 3850 बेसहारा चिह्नित किए गए हैं।
इस दौरान सीडीओ अरविद पांडेय, एडीएम रमेश चंद्र, सीआरओ चंद्रप्रकाश मौजूद रहे।