विधि-विधान से पूजे गए भगवान चित्रगुप्त
चित्रगुप्त मंदिर में हुआ भव्य आयोजन
बस्ती: अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा चित्रगुप्त मंदिर परिसर में यम द्वितीया पर भगवान चित्रगुप्त महाराज की पूजा अर्चना की गई। कायस्थ समाज के लोगों में यह परंपरा सृष्टि के आदि काल से चली आ रही है। दीपावली की रात कलम की पूजा कर रख दी जाती है तथा 24 घंटे बाद पुन: भगवान चित्रगुप्त की पूजा आराधना के बाद कलम का इस्तेमाल किया जाता है। समाज के लोगों ने इस परंपरा का निर्वाह करते हुए विधि विधान से भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने के बाद उनकी विधिवत आरती उतारी, कलम-दवात का पूजन किया। उसके बाद प्रसाद वितरण कर पर्व की महत्ता के विषय में एक दूसरों को अवगत कराया। इस मौके पर समाज व राष्ट्र की उन्नति को लेकर चर्चा की गई। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय सचिव मनमोहन श्रीवास्तव काजू ने कहा कि यम द्वितीया के दिन कलम पूजा कर हम अपने आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त और लेखनी की पूजा करते हैं। बताया कि ब्रह्मा जी की काया से उत्पन्न श्याम कमल वाले भगवान चित्रगुप्त सभी प्राणियों के पाप-पुण्य का लेखा जोखा लिखते है। भगवान चित्रगुप्त के वंशज पूरी दुनिया में है जिन्हें हम अलग-अलग नाम से जानते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष दिलीप श्रीवास्तव ने कहा कि कलम जो भगवान चित्रगुप्त जी की लेखनी थी हम कायस्थ इसे अपना हथियार मानते हैं। मंदिर कमेटी के संरक्षक सुरेंद्र मोहन वर्मा ने कहा कि मंदिर पर पूरे साल आरती व भोग का कार्यक्रम नियमित रूप से चलता है। यम द्वितीया के दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा का विशेष महत्व है। कायस्थ समाज जहां भी बसा है इस दिन यह पर्व अवश्य मनाता है। यह दिन हम सबके लिए विशेष महत्व का है। अनूप खरे, राकेश श्रीवास्तव, अदितीय श्रीवास्तव, कौशल किशोर, प्रेम चंद्र श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, राजेश चित्रगुप्त,अमित श्रीवास्तव, शिवशंकर श्रीवास्तव महेश चंद्र ,पंकज श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, , नवीन श्रीवास्तव, घनश्याम श्रीवास्तव,, लाल देवेंद्र श्रीवास्तव, रणदीप माथुर, उत्कर्ष श्रीवस्तव, विस्वास श्रीवस्तव, कुलदीप श्रीवास्तव, कृपा शंकर श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव , हर्षित श्रीवास्तव मौजूद रहे।