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रिश्तेदार की मदद में आए रिटायर्ड एनएसजी कमांडो का चालान

भूमि विवाद के मामले में रिश्तेदार की मदद करने गए सेवा निवृत्त एनएसजी कमांडों पर शनिवार का दिन भारी पड़ गया। पुलिस ने न सिर्फ उन्हें दिन भर थाने पर बैठाए रखा बल्कि चालान कर बस्ती भेज दिया। जहां से शाम को वह एसडीएम कोर्ट से जमानत करा कर बाहर आए

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 11:47 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 11:47 PM (IST)
रिश्तेदार की मदद में आए रिटायर्ड एनएसजी कमांडो का चालान
रिश्तेदार की मदद में आए रिटायर्ड एनएसजी कमांडो का चालान

बस्ती: भूमि विवाद के मामले में रिश्तेदार की मदद करने गए सेवा निवृत्त एनएसजी कमांडों पर शनिवार का दिन भारी पड़ गया। पुलिस ने न सिर्फ उन्हें दिन भर थाने पर बैठाए रखा बल्कि चालान कर बस्ती भेज दिया। जहां से शाम को वह एसडीएम कोर्ट से जमानत करा कर बाहर आए। कमांडो ने पुलिस पर समझौता करने के लिए बुलाने के बाद अभद्रता करने और मारने-पीटने का आरोप लगाया है। प्रकरण लालगंज थाने के मेहनौना गांव का है। मेहनौगांव निवासी बचौना देवी पत्नी स्व.झिनकान की अपने गांव के जमुना यादव पुत्र रामफेर से काफी समय से भूृमि विवाद चल रहा है। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है। जमुना यादव यूपी पुलिस में गोरखपुर में तैनात हैं। शनिवार को इस मामले को थाना दिवस में समझौते के लिए लाया गया। जमुना यादव की तरफ से मामले में पैरवी करने उनका भतीजा भालचंद यादव अपने रिश्तेदार रोवागोवा गांव निवासी सेवा निवृत्त एनसजी कमांडो गंगा प्रसाद यादव के साथ आया। भालचंद का कहना है कि थाने पर एसओ ने चाचा जमुना यादव के बारे में पूछा तो मेरे यह बताने पर कि उन्हें छुट्टी नहीं मिल पाई इसलिए अपने रिश्तेदार को साथ लेकर आया हूं। इसके बाद एसओ ने कहा कि इसको बंद करो जब तक जमुना यादव नहीं आएंगे तब तक इसको छोड़ा नहीं जाएगा। इस पर सेवा निवृत्त एनएसजी कमांडो गंगा प्रसाद यादव ने एतराज किया तथा कहा कि यहां पर समझौते के लिए बुलाया गया था तो यह क्या कर रहे हैं। समझौता नहीं करना है तो कोई बात नहीं मामला अदालत में चल रहा है वहां से जो आदेश होगा उसके मुताबिक किया जाएगा। गंगा प्रसाद ने आरोप लगाया कि इतना सुनते ही एसओ आग बबूला हो गए और कहे कि यह थाने में गुंडागर्दी करने आया है पहले इसको बंद करो। इसके बाद उन्हें हवालात में डाल दिया गया। बकौल गंगा प्रसाद थाना दिवस समाप्त होने पर जब सीओ रुधौली जाने लगे तो उन्होंने कहा कि मेरी कोई गलती नहीं है साथ ही मेरी गोरखपुर में युवा कल्याण अधिकारी की परीक्षा है मुझे छोड़ दिया जाए। इस पर सीओ ने कहा कि जाओ, यह कह कर सीओ चले गए। इसके बाद एसओ ने पुन: थाने में बंद कर दिया तथा शाम को पीएचसी बनकटी पर मेडिकल के लिए भेजा। वहां से बस्ती भेज दिया गया। जहां एसडीएम कोर्ट से शाम साढ़े सात बजे जमानत मिली। एसओ लालगंज आरके राय ने कहा कि गंगा प्रसाद यादव दूसरे के मामले में आकर थाने में गुंडागर्दी कर रहे थे इसलिए उनका चालान करना पड़ा। उनके साथ किसी भी प्रकार की अभद्रता की बात गलत है। पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार ने बताया कि एनएसजी के रिटायर्ड कमांडो द्वारा थाने में बवाल करने की सूचना है। एसओ ने उसका चालान कर दिया है।

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