बढ़ी ठंड,सांसत में नौनिहाल व बुजुर्ग मरीज
जिला अस्पताल में ठंड के चलते मरीजों की बढ़ी संख्या चिल्ड्रेन वार्ड में सर्वाधिक मरीज निमोनिया से हैं पीड़ित
जागरण संवाददाता, बस्ती : मौसम में हुए बदलाव का असर जिला अस्पताल में साफ दिखने लगा है। ठंड बढ़ी तो नौनिहालों और बुजुर्ग मरीजों की सांसत बढ़ गई। सामान्य वार्ड में सांस और खांसी तथा बुखार से पीड़ित मरीज भर्ती हैं तो चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती अधिकतर मरीज निमोनिया से ग्रसित दिख रहे हैं।
जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ने से अव्यवस्था भी हावी होती जा रही है। चिकित्सक ठंड के चलते समय से अपने कक्ष में नहीं बैठते, ऐसे में मरीजों को समस्या होती है। ओपीडी में परामर्श लेने के बाद जांच के लिए मरीजों को जूझना पड़ रहा है। समय से ब्लड कलेक्शन के लिए उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। हाल यह है कि एक-एक मरीजों को केवल ब्लड जांच के लिए दो से तीन दिन तक दौड़ना पड़ रहा है। सदर ब्लाक के नंद लाल को ब्लड की जांच करानी थी। पैथालाजी पहुंचे तो ब्लड ले लिया गया लेकिन जांच रिपोर्ट दूसरे दिन मिलने की बात कहकर उन्हें वापस कर दिया गया। ये तो महज बानगी है। ऐसे न जाने कितने मरीज रोज परेशान होते हैं। चिल्ड्रेन वार्ड में उल्टी-दस्त के भी मरीज हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डा. सरफराज खान ने बताया कि ठंड में बच्चों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। तीन साल बाद हुई डेंटल सर्जन की तैनाती
तीन साल तक डेंटल सर्जन विहीन जिला अस्पताल में सर्जन की तैनाती होने से मरीजों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। सीएचसी साऊंघाट पर तैनात डेंटल सर्जन डा. उपासना को जिला अस्पताल से संबद्ध किया गया है। उन्होंने ओपीडी में सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं। जिला अस्पताल में आने वाले हर मरीजों को बेहतर सुविधा देने का प्रयास है। ठंड में कोई कोताही न हो इसके लिए सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं। ब्लड जांच दो पालियों में की जा रही है। व्यवस्था में और सुधार के प्रयास किए जाएंगे।
डा. रोचिस्मति पांडेय, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल