बदहाली के बीच चल रहा हैंसर बाजार का आइटीआइ
जर्जर भवन में हुनर सीखने को मजबूर हैं टेक्निकल प्रशिक्षु
बस्ती : बस्ती में बदहाल व जीर्णशीर्ण हालत में पहुंच चुके भवन में हैंसर बाजार का आइटीआइ चल रहा है। हुनर की पाठशाला में जैसे-तैसे प्रशिक्षु बैठ रहे हैं।
करीब तीन साल पहले राजकीय औद्योगिक एवं प्रशिक्षण संस्थान बस्ती में हैंसर बाजार संतकबीरनगर का भी आइटीआइ संचालित किए जाने का निर्णय हुआ। प्रशिक्षण क्लास चलाने के लिए जीर्णशीर्ण भवन दे दिया गया। कुछ मरम्मत तो हुआ, लेकिन भवन बदहाल होने के नाते अधिकतर कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। यहां 12 ट्रेड में 175 प्रशिक्षु प्रशिक्षण ले रहे हैं।
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प्रयोग में नहीं आ रहे डमी : हैंसर बाजार का आइटीआइ तो संचालित है। यहां नए-नए प्रशिक्षण के उपकरण यानी डमी भी हैं, लेकिन उनका प्रयोग नहीं हो पा रहा है। सील बंद पड़े हैं। आरएसी कक्षा, इलेक्ट्रिकल, बेल्डर व ब्यूटीशियन व फैशन डिजाइन कक्षा में नए उपकरण यानी डमी धूल फांक रहे हैं।
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कक्षा में प्रशिक्षण के बजाए भर दिए समान : जिन कक्षाओं में प्रशिक्षुओं का प्रशिक्षण होना है, उन कक्षाओं में डुमरियागंज आइटीआइ व हैंसर बाजार आइटीआइ का समान भर दिया गया है। इससे समस्या हो रही है।
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42 पद स्वीकृत, महज आठ कर्मचारी तैनात : आइटीआइ हैंसर बाजार के लिए वैसे तो 42 पद स्वीकृत हैं, लेकिन महज आठ कर्मचारियों के भरोसे पूरा आइटीआइ है। पांच शिक्षक ही प्रशिक्षुओं को ट्रेनिग दे रहे हैं जबकि 28 शिक्षक चाहिए। तीन कर्मचारी हैं।
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ये ट्रेड हो रहे संचालित : रेफ्रीजरेटर, बेल्डर, कंयूटर, फैशन डिजाइन, मैथ, इलेट्रिकल, पेंटर जनरल, मैकेनिक, ड्राप्टमैन, ड्रेस मेकिग, ब्यूटीशियन, पालंबर ट्रेड में प्रशिक्षु हुनर सीख रहे हैं।
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हैंसर व खलीलाबाद में नया भवन बन रहा है। जल्द ही आइटीआइ वहां शिफ्ट होगा। संसाधन का अभाव है। वर्कशाप छोटा होने से अधिकतर सामान नहीं निकल पाते। सीमित संसाधन में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
संतोष कुमार श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य आइटीआइ, हैंसर बाजार