सास को मृत दिखाकर हुआ पर्चा खारिज, बहू ने मार लिया मैदान
छह महीने पहले अंतरजातीय विवाह कर किया कोर्ट मैरिज चुनाव जीतकर बन गई प्रधान
जागरण संवाददाता, बनकटी, बस्ती : छह महीने पहले एक आम लड़की ने बहुत बड़ा फैसला लेते हुए गांव के बगल में रहने वाले लड़के से अंतरजातीय विवाह कर कोर्ट मैरिज कर लिया। उसे क्या पता था कि जिस पति के साथ वह रहने जा रही है वह भाग्य का ऐसा खेल बदलेगा की छह महीने बाद ही वह एक बड़ी ग्राम पंचायत की प्रतिनिधित्व करने लगेगी।
मामला विकासखंड बनकटी अंतर्गत गुलौरा ग्राम पंचायत का है। इस ग्राम पंचायत के असियापार डिवहारी राजस्व ग्राम की रहने वाली अनीता पत्नी दशरथ ने दिग्गजों की सत्ता को धता बताते हुए प्रधान बन गई हैं।
अनीता बगल के गांव अहिरौली की निवासी थी और बचपन के प्रेमी दशरथ के साथ जो कि ग्राहक सेवा केंद्र चलाकर अपना जीवनयापन करता है, के साथ अंतर्जातीय विवाह कर संग-संग रहने का फैसला लिया।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गुलौरा ग्राम पंचायत का प्रधान पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गया। गांव के कुछ लोगों ने मतदाता सूची में हेरफेर करते हुए अनीता की सास का पर्चा मृत दिखाते हुए खारिज करा दिया। पति दशरथ ने बड़ा फैसला लेते हुए पत्नी अनीता को प्रधान पद के लिए चुनावी समर में उतार दिया। जिसमें अनीता 401 मत पाकर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी शर्मिला 357 को 44 मतों से करारी शिकस्त दिया । अनीता नें बताया कि उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि छह महीने में ही उसके जीवन में ऐसा दिन आएगा कि वह नई नवेली दुल्हन बनने के साथ-साथ गांव की प्रधान भी बन जाएगी। सर्वाधिक वोटों से जीतीं हुस्ना बानो
जासं कप्तानगंज, बस्ती : 53 ग्राम पंचायतों व 47 क्षेत्र पंचायतों वाले विकासखंड कप्तानगंज में रमवापुर कला की ग्राम प्रधान हुस्ना बानो ने ब्लाक में सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कुशलावती देवी को 463 वोटों से पराजित कर यह रिकॉर्ड बनाया है। उनको 830 तथा कुशलावती को 373 मत प्राप्त हुए। 2015 में चुनाव हारने के बाद भी हुस्ना बानो व उनके परिवारी जन ग्राम पंचायत में सक्रिय रहे। बताया कि लोगों से जुड़े रहने का परिणाम है कि गांव लोगों ने उन पर विश्वास जताया। उनका प्रयास होगा कि लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरें।