कोरोना संदिग्ध की मौत पर गांधीनगर सील
परिवार के छह सदस्यों समेत आठ को किया गया आइसोलेट
बस्ती : गांधीनगर क्षेत्र के तुरकहिया निवासी युवा कोरोना संदिग्ध हसनैन अली की मौत के बाद दूसरे दिन यहां कोरोना पाजिटिव होने की चर्चाओं ने पूरे महकमे को सकते में डाल दिया। एहतियात के तौर पर पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। कंपनीबाग, रोडवेज के अलावा जीआरएस इंटर कालेज के सामने गांधीनगर मार्ग की तरफ जाने की मनाही है। इलाके के चारों ओर पुलिस का सख्त पहरा है।
मृतक के परिवार के छह सदस्यों के अलावा एंबुलेंस चालक और सहायक को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उठा लिया। इन सभी को बस्ती मेडिकल कालेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। सभी के नाक और गले से सेंपल लेकर उसे जांच के लिए केजीएमयू में भेजा गया है।
दरअसल हसनैन को रविवार को बस्ती से गोरखपुर मेडिकल कालेज ले जाया गया। रात में ही उसकी इलाज के दौरान वहां मौत हो गई थी। मौत के तीसरे दिन बीआरडी मेडिकल कालेज में कोरोना पाजिटिव होने की चर्चा आम हुई तो मंगलवार को बस्ती में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया। आनन-फानन में गांधीनगर क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया। आला अफसरों की गाड़ियां अचानक उस ओर दौड़ने लगी। कुछ ही देर में गांधीनगर और तुरकहिया में आला अफसर, स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका और पुलिस की टीमें पहुंच गईं। सीएमओ की मौजूदगी में स्वास्थ्य टीम ने मृतक के परिवार के छह सदस्यों के साथ ही दो अन्य गोरखपुर एंबुलेंस से ले जाने वाले चालक और सहायक को वशिष्ठ मेडिकल कालेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया। एंबुलेंस भी खड़ी करा दी गई है। परिवार में पिता अकबर अली, साबिर अली, हसन अली, नूर फातिमा, आबिश अली, सैयद जहां को तत्काल प्रभाव से आइसोलेट कर दिया गया है। तुरकहिया वार्ड को किया गया सैनिटाइज
कोरोना मरीज मिलने की सूचना पर नगर पालिका टीम भी सक्रिय हो गई। यहां पालिका का निरोधक दस्ता घर-घर सैनिटाइज करने में जुट गया। पूरे मोहल्ले में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव हुआ। नपाध्यक्ष रूपम मिश्रा ने बताया कि तुरकहिया वार्ड को पूरी तरह सैनिटाइज कराया जा रहा है। इसके अलावा शहर के अन्य हिस्सों में भी विशेष चौकसी बरती जाएगी।
जनाजे में शामिल लोग भी हुए संदिग्ध
हसनैन की मौत के बाद परिजन शव लेकर 30 मार्च को अपने आवास तुरकहिया आ गए थे। यहीं से कुछ दूर स्थित कब्रिस्तान में उनको मिट्टी इसी दिन दे दी गई। जनाजे में जामा मस्जिद के पेश इमाम समेत 18-20 लोग शामिल हुए थे। यह सभी संदिग्ध मान लिए गए थे। प्रशासन ने जनाजे में शामिल लोगों की तलाश शुरू कर दी है।