खून के कारोबार में अस्पताल के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
खून के अवैध कारोबार में जिला अस्पताल के पैथालाजी विभाग के कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। जिलाधिकारी डा. राजशेखर के निर्देशन में तीन सदस्यीय टीम की जांच अस्पताल में पहुंची तो मामला परत-दर परत अपने आप खुल गया
बस्ती : खून के अवैध कारोबार में जिला अस्पताल के पैथालाजी विभाग के कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई। जिलाधिकारी डा. राजशेखर के निर्देशन में तीन सदस्यीय टीम की जांच अस्पताल में पहुंची तो मामला परत-दर परत अपने आप खुल गया। खून कारोबारी प्रभाकर ¨सह के तार अस्पताल के प्रयोगशाला से सीधे जुड़े थे। इस कारोबार में प्रयोगशाला कर्मचारियों के भी हाथ सने मिले। जांच टीम ने अपनी आख्या में स्पष्ट किया कि ब्लड बैंक के एलटी सुशील ¨सह की भूमिका प्रथम दृष्टया संदिग्ध पाई गई है। इसके अलावा अन्य कर्मचारी भी संदिग्ध पाए गए हैं। टीम की रिपोर्ट मिलते ही कर्मचारियों में हलचल तेज हो गई है। सबकुछ सही रहा तो खून के कारोबार में शामिल यह कर्मचारी प्रभाकर के साथ जल्द ही कार्रवाई की जद में आएंगे। अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक द्वारा जांच आख्या जिलाधिकारी के अलावा निदेशक पैरामेडिकल चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तर प्रदेश शासन को प्रेषित किया गया है। इसमें शासन स्तर पर कार्रवाई की संस्तुति भी की गई है। प्रमुख अधीक्षक ने बताया कि डीएम के निर्देश पर जांच समिति ने 14 सितंबर को रिपोर्ट सौंप दी है। 15 सितंबर को कार्रवाई की संस्तुति की गई है। इसमें प्रयोगशाला के प्राविधिक सुशील ¨सह और कर्मचारी दोषी पाए गए है। शासन से कार्रवाई की अपेक्षा की गई है।