गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
तटबंध और नदी के बीच स्थित गांव में सर्वाधिक संकट
बस्ती : सरयू नदी धीरे-धीरे अब अपने रौद्र रूप में आ रही है। नदी खतरे के निशान 92.73 मीटर से 52 सेंटीमीटर ऊपर यानी 93.25 मीटर पर बह रही है। जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हर्रैया तहसील क्षेत्र के छह गांव मेरुंड हो गए हैं जबकि एक दर्जन गांवों में पानी घ़ुस गया है।
खजांचीपुर, विशुनदासपुर का पुरवा, बरदिया लोहार, दिलासपुरा के पास भरपुरवा, अशोकपुर के चार पुरवा और बानेपुर गांव में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। वहीं सुविकाबाबू और टेड़वा गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गये है। कटरिया चांदपुर तटबंध पर जगह-जगह नदी सीधा दबाव बना रही है। खलवा गांव के निकट हुई परियोजना से निर्माण कार्य बढे़ जलस्तर से डूब गए। अगले 24 घंटों में कई और गांव बाढ़ के पानी से घिर जाएंगे। गौरा सैफाबाद तटबंध पर बने स्पर और ठोकरों पर नदी लगातार दबाव बनाए हुए है। किशुनपुर मोजपुर रिग बांध पर जलस्तर बढ़ने से दर्जनभर गांव के लोग दहशत में हैं। सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार ने बताया तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है।
हर्रैया कार्यालय के अनुसार शनिवार को जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने से विक्रमजोत के चार गांव कल्याणपुर, भरथापुर, पड़ाव व चांदपुर भी मैरुंड हो गए। दर्जनभर से अधिक गांवो के खेतों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। नदी का जलस्तर आधा सेमी प्रति घंटे बढ़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग ने रविवार को सुबह तक जल स्तर 93.30 मीटर के ऊपर पहुंचने की आशंका व्यक्त की है। मुख्य मार्ग पर करीब तीन फीट ऊपर पानी बह रहा है। जिसके चलते ग्रामीणों को समस्या हो रही है। कवलपु,चानपुर,संदलपुर,छतौना,कन्हईपुर,नरसिंहपुर,खेमराजपुर, अइलिया जुग्गाराय, शम्भूपुर चंद्रपलिया व रैदासपुर सहित दर्जनों गांव में अब बाढ़ का पानी पहुंच गया है। हाइवे पर घघौवा व खतम सराय मे बने पुलों के रास्ते माचा, मल्हनी,रिधौरा, हैदराबाद से होते हुए बाढ़ का पानी परशुरामपुर ब्लाक की तरफ बढ़ रहा है।