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1000-500 की 1.11 करोड़ की पुरानी करेंसी के साथ 5 गिरफ्तार

बस्ती पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। नोटबंदी के समय की पुरानी पांच सौ और हजार की एक करोड़ 11 लाख रुपये के साथ पांच लोग पकड़े गए हैं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 22 Mar 2018 10:20 PM (IST)Updated: Thu, 22 Mar 2018 10:21 PM (IST)
1000-500 की 1.11 करोड़ की पुरानी  करेंसी के साथ 5 गिरफ्तार
1000-500 की 1.11 करोड़ की पुरानी करेंसी के साथ 5 गिरफ्तार

बस्ती (जेएनएन)। क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम और कोतवाली पुलिस के संयुक्त आपरेशन में बस्ती पुलिस के हाथ एक बड़ी सफलता लगी है। नोटबंदी के समय की पुरानी पांच सौ और हजार की एक करोड़ 11 लाख रुपये के साथ लक्जरी वाहन के साथ पांच लोग पकड़े गए हैं। इनमें से दो आजमगढ़ के रहने वाले और बाकी तीन नेपाली है। नोटबंदी के बाद गोरखपुर और बस्ती मंडल में यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। पुलिस अधीक्षक दिलीप कुमार ने बताया कि कुछ दिन पूर्व उन्हें जानकारी हुई कि प्रचलन से बाहर हो चुके हजार और पांच सौ के पुराने नोट नेपाल ले जाकर चलाने की योजना कुछ लोग बना रहे हैं। पुलिस ने उन्हें पुरानी करेंसी के साथ रंगे हाथ दबोचने के लिए जाल बिछाया।

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क्राइम ब्रांच की स्वाट टीम के प्रभारी सुधीर कुमार और कोतवाल विजयेंद्र सिंह को संयुक्त रूप से लगाया गया। पुलिस ने मुखबिर के जरिए चल रही डील में तीन बार स्थल बदले गए। पहले भटहट, फिर खलीलाबाद तय हुआ लेकिन डील पूरी नहीं हो पाई। आजमगढ़ से वहां के दोनों युवक एक करोड़ 11 लाख की पुरानी करेंसी लेकर बुधवार को ही खलीलाबाद आ गए थे। लेकिन नेपाली कारोबारी ही नहीं पहुंचे। बस्ती पुलिस आसानी ने इस गिरोह को पकडऩे के लिए गुरुवार की सुबह बातचीत में डील की जगह कांटे-बस्ती मार्ग पर करनपुर गांव के पास सबसे सुरक्षित बताई। आजमगढ़ के लोग फारच्यूनर पर सवार होकर दोपहर बाद करनपुर गांव के सामने पहुंचे। वे हजार और पांच सौ के पुराने नोट बोरे में भरकर गाड़ी में लाये थे। लेकर वह सड़क किनारे खड़े होकर वे नेपाली कारोबारियों के आने की प्रतीक्षा करने लगे। पीछे से मोटरसाइकिल से तीन लोग आए और फोन पर बात करते हुए उक्त लक्जरी वाहन के पास आकर रुक गए। इस बीच पुलिस ने घेराबंदी कर वाहन सहित पांचों को धर दबोचा। 

हजार और पांच सौ के पुराने नोट 

एसपी ने बताया बात पांच करोड़ के हजार और पांच सौ के पुराने नोट लाने की हुई थी मगर मौके पर यह लोग 1.11 करोड़ रुपये ही लेकर आए। जैसे ही वे पहुंचे पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।पकड़े गए अभियुक्तों में सत्यप्रकाश राय पुत्र स्व. हरिश्चंद्र राय निवासी कोदई थाना अहिरौली जिला आजमगढ़, अवधराज यादव पुत्र इंद्रदेव यादव निवासी रानी की सराय, जिला आजमगढ़, ज्ञानू राज गिरी पुत्र फणींद्र नरायण गिरी, निवासी सुस्ता, थाना बेलाटारी जिला नवलपरासी, नेपाल, शिवधर पुत्र रिखई निवासी रामग्राम, नगर पालिका नवल परासी थाना परासी जिला, जिला नवल परासी नेपाल, केदार हरिजन पुत्र किशोर निवासी धमौली थाना बेलाटारी जिला नवल परासी नेपाल शामिल हैं। इनके पास से एक हजार के 3173000 रुपए शेष पांच सौ के पुराने नोट है। इसके अलावा एक फर्जी नंबर प्लेट की फारच्यूनर गाड़ी, एक फर्जी नंबर प्लेट की बाइक भी बरामद हुई है। फारच्यूनर सत्यप्रकाश राय की है। 

दो लाख के जाली नोटों के साथ दो तस्कर दबोचे

गाजियाबाद पुलिस ने दो लाख रुपये के जाली नोटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 2-2 हजार रुपये के 100 जाली नोट बरामद किए हैं। नोटों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा। दोनों तस्कर पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी हैं।एसएसपी वैभव कृष्ण ने प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस चेकिंग के दौरान बुधवार की रात पकड़े गए आरोपितों की तलाशी ली गई तो दो लाख रुपये मिले। शुरुआती जांच में नोट की ङ्क्षप्रङ्क्षटग पर संदेह हुआ, जिसके बाद पुलिस उन्हें लेकर थाने आई। यहां जांच में नोट जाली पाए गए। पुलिस ने मालदा के हरिश्चंद्रपुर थाना इलाके में करियाली गांव निवासी मोहम्मद उजीर और मोहम्मद मेराज को गिरफ्तार कर लिया है। नोटों को जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये नोट किस तरह बनाए जा गए हैं। पकड़े गए दोनों आरोपित कुरियर का काम करते हैं। जाली नोटों की सप्लाई के बदले इन्हें कमीशन मिलता था। दोनों दिल्ली के कई स्थानों पर भी जाली नोटों की खेप सप्लाई कर चुके हैं। 


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