फलदार पेड़ों से खुशहाल हुई किसानों की बगिया
समय से दवा का छिड़काव और रोगों के बचाव का उपाय करते हैं।
बस्ती: आम की बागवानी से जिले के तमाम किसानों को फायदा हो रहा है। उनकी आर्थिक उन्नति तो हो ही रही है साथ ही आस पास का पर्यावरण भी शुद्ध हो रहा है।
विकास क्षेत्र साऊंघाट के पैड़ा खरहरा गांव निवासी मनोज उपाध्याय ने आम की बागवानी कर जीवन को खुशहाल बनाया है। उनके पास 25 बीघा भूमि में आम का बाग मौजूद है। दशहरी,गौरजीत, कपूरी व सफेदा आदि प्रजाति के 250 आम के पेड़ हैं। बताया कि हर वर्ष लगभग तीन लाख रुपये के आम की बिक्री होती है। पेड़ों की देखभाल के बारे में बताया कि वह स्वयं यह जिम्मेदारी संभालते हैं।
इतना ही नहीं आम के बाग के चारों तरफ लगभग दो हजार सागौन का पेड़ भी लगा रखा है। सल्टौआ विकास खंड के मुरादपुर गांव निवासी दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि उन्होंने दो एकड़ में यूकेलिप्टस का बाग लगा रखा था। दस साल बाद बहन की शादी और मकान निर्माण के लिए उन्होंने बाग में लगे पेड़ों को बेंच दिया। इसके अलावा अन्य जरूरतें भी पूरीे की। वहीं दुबौलिया विकास खंड के किशुनपुर निवासी सुनील यादव ने भी एक छोटी सी बगिया लगा रखी है। तकरीबन दो बीघा भूमि में आम, अमरूद, कटहल, नीम के पेड़ हैं। कहा कि पांच साल पूर्व उन्होने पौधे लगाए थे जो अब बड़े हो रहे हैं। इनमें अब फल भी आ रहे हैं।
डीएफओ नवीन प्रकाश शाक्य ने बताया कि किसान खेतों में बागवानी कर रहे हैं। कृषि वानिकी के तहत फलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। इससे उनको आर्थिक लाभ होगा। वन विभाग इस कार्य में उनकी मदद भी कर रहा है।